Uttarakhand: स्वतंत्रता दिवस पर सीएम धामी का संदेश- आपदा में एकजुटता को सराहा, गिनाईं सरकार की उपलब्धियां – The Hill News

Uttarakhand: स्वतंत्रता दिवस पर सीएम धामी का संदेश- आपदा में एकजुटता को सराहा, गिनाईं सरकार की उपलब्धियां

देहरादून, 14 अगस्त।

79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, अमर शहीदों और राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए, प्रदेश के विकास में योगदान दे रही देवतुल्य जनता का भी अभिनंदन किया। अपने संदेश में, मुख्यमंत्री ने हालिया आपदाओं का जिक्र करते हुए राज्य की एकजुटता की सराहना की और अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों का विस्तृत खाका पेश किया।

आपदा में एकजुटता को नमन

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से एक संवेदनशील राज्य है और इस वर्ष उत्तरकाशी के धराली सहित कई क्षेत्रों में आई प्राकृतिक आपदाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने सभी आपदा प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सेना, ITBP, NDRF, SDRF और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा किए गए त्वरित और साहसिक राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।

सरकार की प्रमुख उपलब्धियां और भविष्य का विजन

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अपेक्षाओं के अनुरूप उत्तराखंड तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है और देश के अग्रणी राज्यों में अपनी पहचान बना चुका है। उन्होंने अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा:

  • समान नागरिक संहिता (UCC): उत्तराखंड स्वतंत्र भारत में UCC लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है।

  • निवेश और रोजगार: इन्वेस्टर्स समिट में हुए 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू में से 1 लाख करोड़ से अधिक की ग्राउंडिंग हो चुकी है, जिससे 81 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 35 हजार लोगों को लाभ मिला है।

  • कानून-व्यवस्था: प्रदेश में सख्त भू-कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून और देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। 7,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है।

  • भर्तियों में पारदर्शिता: नकल विरोधी कानून के बाद पूरी पारदर्शिता के साथ पिछले 4 वर्षों में 24 हजार से अधिक सरकारी भर्तियां की गई हैं।

  • सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण: मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत 16 पौराणिक मंदिरों का विकास किया जा रहा है। हरिपुर कालसी में यमुना तीर्थ स्थल और हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर जैसी परियोजनाएं भी प्रगति पर हैं।

  • महिला सशक्तिकरण: सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30% और सहकारी समितियों में 33% क्षैतिज आरक्षण दिया जा रहा है। लखपति दीदी जैसी योजनाओं से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।

  • सैनिकों और आंदोलनकारियों का सम्मान: शहीद सैनिकों के परिजनों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये और परमवीर चक्र विजेताओं की राशि डेढ़ करोड़ रुपये की गई है। राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन में भी वृद्धि की गई है।

  • पर्यटन: राज्य एक प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन और फिल्म शूटिंग हब के रूप में उभरा है। इस वर्ष अब तक 42 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा कर चुके हैं और कैलाश मानसरोवर यात्रा का संचालन भी फिर से शुरू हो गया है।

अंत में, मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना को साकार करने और एक आदर्श, अग्रणी व प्रगतिशील उत्तराखंड बनाने में सहयोगी बनने का आह्वान किया।

 

Pls read:Uttarakhand: स्वतंत्रता दिवस पर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में ध्वजारोहण करेंगे मंत्री धन सिंह रावत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *