शिमला/चंबा।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज चंबा जिले के मनमोहक गांव खज्जियार (पुखरी) का दौरा किया और गांव के अद्भुत प्राकृतिक आकर्षण और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल भी उनके साथ उपस्थित थीं। राज्यपाल ने इस गुमनाम स्वर्ग की सुंदरता की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए इसे ग्रामीण पर्यटन के एक उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करने पर बल दिया।
राज्यपाल ने कहा कि पुखरी गांव की प्राकृतिक सुंदरता और स्वच्छ वातावरण इसे हिमाचल के कुछ सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की तुलना में भी अधिक आकर्षक बनाते हैं। उन्होंने चंबा जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘जिम्मेदार पर्यटन’ (Responsible Tourism) की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गांव में पर्यटकों के लिए सुव्यवस्थित होम-स्टे सुविधाएं उपलब्ध हैं और यहां का ताजा और शुद्ध वातावरण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। राज्यपाल ने कहा कि ऐसे प्राकृतिक रूप से सुंदर गांवों में पर्यटन को बढ़ावा देने से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि यह राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को देश-विदेश में प्रदर्शित करने में भी मदद करेगा।
शुक्ल ने इस बात पर जोर दिया कि इस मनमोहक गांव तक अधिक से अधिक पर्यटकों की पहुंच को आसान बनाने और उन्हें इसकी प्राकृतिक भव्यता का आनंद लेने का अवसर प्रदान करने के लिए कनेक्टिविटी में सुधार की तत्काल आवश्यकता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी के मुद्दे को केंद्र सरकार और केंद्रीय वन मंत्रालय के समक्ष पूरी मजबूती से उठाएंगे। इसके अलावा, ग्रामीण पर्यटन से संबंधित प्रमुख मामलों को विभिन्न मंचों के माध्यम से राज्य सरकार के ध्यान में भी लाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चंबा जिले के कई कम ज्ञात पर्यटन स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद के लिए, अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 2025 की पहली सांस्कृतिक संध्या के दौरान आईसीआरटी इंडिया फाउंडेशन और चंबा जिला प्रशासन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए थे।
इस अवसर पर, ग्रामीणों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा में राज्यपाल के सम्मान में एक संक्षिप्त और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इस दौरे के दौरान विधायक नीरज नैय्यर, डॉ. हंस राज और डी.एस. ठाकुर तथा राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा भी उपस्थित थे।