US: वांछित खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासिया को अमेरिका से जल्द किया जाएगा प्रत्यर्पित

नई दिल्ली।

भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद है। पंजाब में कई आतंकी हमलों के आरोपी और वांछित खालिस्तानी आतंकवादी हैप्पी पासिया को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि पासिया, जो वर्तमान में अमेरिकी हिरासत में है, को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारत लाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पासिया पर पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ है, जो उसकी आतंकी गतिविधियों में गंभीरता को दर्शाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने हैप्पी पासिया के प्रत्यर्पण को लेकर अमेरिका में संबंधित अधिकारियों से संपर्क साधा है। हालांकि, इस संवेदनशील मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि पर्दे के पीछे की कूटनीतिक और कानूनी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।

कैसे हुई गिरफ्तारी?

हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी भारतीय और अमेरिकी एजेंसियों के बीच लंबे समय से चल रहे बेहतरीन समन्वय का नतीजा थी। उसे 17 अप्रैल को कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो शहर से अमेरिकी आव्रजन एवं कस्टम प्रवर्तन (ICE) एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दिए गए सटीक इनपुट के आधार पर एफबीआई (FBI) और आईसीई द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी। जांच में पता चला है कि पासिया अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुआ था और अपनी पहचान छिपाने के लिए ‘बर्नर फोन’ (अस्थायी और ट्रेस न हो सकने वाले फोन) का इस्तेमाल कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी को पंजाब में सक्रिय खालिस्तानी नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

कई संगीन हमलों का है आरोपी

हैप्पी पासिया का नाम पिछले कुछ वर्षों में पंजाब और आसपास के राज्यों में हुई कई आतंकी वारदातों में सामने आया है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, साल 2023 से लेकर हाल के समय तक उसने पंजाब में टारगेट किलिंग, पुलिस ठिकानों पर ग्रेनेड हमले और कारोबारियों से फिरौती वसूलने जैसे गंभीर अपराधों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी।

उसका नाम पहली बार 10 सितंबर, 2023 को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित एक कोठी में हुए ग्रेनेड हमले के बाद प्रमुखता से उभरा था। इस हमले के बाद पासिया ने अमेरिका से फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर न केवल इसकी जिम्मेदारी ली, बल्कि यह भी खुलासा किया कि यह हमला पाकिस्तान में बैठे कुख्यात आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा के इशारे पर किया गया था। पिछले सात महीनों में ही पासिया के खिलाफ चंडीगढ़ और पंजाब में बम धमाकों से जुड़े लगभग 12 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। उसका प्रत्यर्पण भारत के लिए एक बड़ी रणनीतिक जीत होगी, जिससे जांच एजेंसियों को विदेशों से संचालित हो रहे आतंकी नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

 

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