उत्तरकाशीः मौसम के बदले मिजाज के चलते 36 घंटे से बंद यमुनोत्री मार्ग में फंसे हजारों तीर्थ यात्रियों का हौंसला जवाब देने लगा है। यमुनोत्री हाईवे पर तीन दिनों तक बड़े वाहनों की आवाजाही बंद होने से तकरीबन 12 हजार यात्री फंसे हुए हैं। यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी में फंसे यात्रियों ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि हमें पूछा नहीं जा रहा है न ही हमें यहां से अन्य जगह के लिए निकाला जा रहा है।
बीते बुधवार को यमुनोत्री धाम से करीब 18 किमी पहले स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच यमुनोत्री हाईवे की दीवार धंस गई थी। इससे हाईवे का करीब 15 मीटर हिस्सा धंस गया था। किसी तरह इसे आवाजाही लायक बनाया गया, लेकिन हाईवे के फिर धंसने से बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। शुक्रवार सुबह इस हिस्से में बस ने निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद प्रशासन ने अगले तीन दिनों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी है। शनिवार सुबह से प्रशासन जानकीचट्टी में फंसे वाहनों को निकालने में जुटा है। पर लोगों का सब्र का बांध टूट रहा है। यहां जानकीचट्टी में फंसे यात्री यमुनोत्री प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर चुके हैं और एक कार्य अधिकारी का घेराव भी किया है।
बताया जा रहा है यमुनोत्री धाम की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को लगातार बाधित हो रहे हाईवे से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विधायक डोभाल भी मौके पर अधिकारियों से मिलने बाइक पर पहुंचे। अब एनएच के अधिकारियों का कहना है कि जल्द पहाड़ की कटिंग कर मार्ग को पूरी तरह यात्रा के लिए सुचारू कर दिया जाएगा। हालांकि इससे पहले कहा गया था कि तीन दिन में मार्ग सही हो पाएगा। चौबीसों घंटे एनएच की टीम हाईवे की मरम्मत करेगी। चट्टान की कटिंग के साथ सुरक्षा दीवार की जगह वायरक्रेट डालकर दीवार बनाने का काम किया जाएगा। बताया कि इस हिस्से में छोटे वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति दी गई है