टिहरी। देश के सबसे लंबे सस्पेंशन ब्रिज डोबरा चांठी के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। उद्घाटन के एक साल के बाद ही पुल पर बिछी मास्टिक के जोड़ों में दरारें पड़ने लगी हैं। ऐसे में निर्माणदायी संस्था पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। सामाजिक कार्यकर्ता राजेश्वर पैन्यूली ने कहा है कि प्रताप नगर की जनता की सुरक्षा को देखते हुए कंपनी और सरकार द्वारा पुल की थर्ड पार्टी से जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कहने को तो यह पुल पूरे देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज है मगर अभी तक इसकी जांच थर्ड पार्टी से नहीं करवाई गई है। उन्होंने कहा कि डोबरा चांठी पुल को बिना थर्ड पार्टी की जांच करवाए वाहनों के लिए खोल दिया गया है और अब पुल के मास्टिक में दरारें पड़ रही हैं जो कि खतरे का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि पुल की जांच होनी चाहिए ताकि लोग सुरक्षित रह सकें और कोई भी बड़ा हादसा न हो। लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि पुल के ऊपर मास्टिक पर पड़ी दरारों को ठीक करने के लिए कंपनी के कर्मचारियों को निर्देश दे दिए हैं।