देहरादून। उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर किस्मत आजमाने उतरे 632 प्रत्याशियों में से 344 प्रत्याशी स्नातक, सौ 12वीं उत्तीर्ण, 68 दसवीं एवं 61 आठवीं पास हैं। इसके साथ ही 15 ऐसे भी हैं, जो पांचवी तक पढ़े हैं और 26 केवल साक्षर हैं। तीन निरक्षर प्रत्याशी भी मैदान में हैं। वहीं, सात प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने व्यावसायिक पाठ्यक्रम में डिप्लोमा किया हुआ है, जबकि दो ने नामांकन करते वक्त जमा किए अपने शपथ-पत्र में शैक्षिक योग्यता घोषित ही नहीं की है।
अगर आपराधिक इतिहास की बात करें तो 107 प्रत्याशियों पर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 38 प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिन पर संगीन धाराओं जैसे हत्या, दुष्कर्म, दंगे, डकैती व बलवा में मामले दर्ज हैं।एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने सोमवार को देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में साल-2022 में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की शैक्षिक योग्यता, आपराधिक इतिहास और वित्तीय स्थिति पर सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक की।
एडीआर के प्रदेश समन्वयक मनोज ध्यानी ने बताया कि 70 विधानसभा क्षेत्रों में इस बार विभिन्न राजनीतिक दलों समेत निर्दलीय तौर पर कुल 632 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। एडीआर ने 626 प्रत्याशी की कुंडली खंगाली है, जबकि छह प्रत्याशियों के संबंध में अभी जानकारी जुटाई जा रही है। ध्यानी ने बताया कि भाजपा, कांग्रेस, आप, उक्रांद, सपा, बसपा व अन्य दलों से खड़े प्रत्याशियों व निर्दलीय प्रत्याशियों में केवल 55 फीसद ही स्नातक हैं। चुनाव मैदान में 252 प्रत्याशी करोड़पति हैं, लेकिन हरिद्वार जिले में लक्सर सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी डा. अंतरिक्ष सैनी प्रदेश में सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। इस सूची में दूसरा नंबर पौड़ी की चौबट्टाखाल सीट से भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज का हैं, जबकि तीसरा नंबर श्रीनगर सीट से उक्रांद प्रत्याशी मोहन काला का है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, डा. अंतरिक्ष सैनी की संपत्ति 123 करोड़, सतपाल महाराज की 87 करोड़ एवं मोहन काला की 82 करोड़ है। बड़ी संख्या में ऐसे प्रत्याशी मैदान में, जिनकी वार्षिक आय औसतन 2.74 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 240 प्रत्याशी लखपति हैं।