देहरादून। भारतीय जनता पार्टी ने 70 विधानसभाओं में टिकट आवंटित कर दिये हैं, लेकिन कई सीटों पर बागियों ने निर्दलीय ताल ठोक दी है। इससे सीटों के बिगड़ते समीकरण पार्टी की चिंता बढ़ा कहे हैं। पार्टी नेतृत्व ने बागियों को मनाने और डैमेज कंट्रोल का जिम्मा चार पूर्व सीएम विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत और निशंक को सौंपा है। इसी के साथ पांचों सांसदों को भी रुठों को मनाने के लिए मैदान में उतार दिया है।
भाजपा की कई सीटों पर बगावत के सुर उठ रहे हैं। आज नामांकन के आखिरी दिन भी कई बागियों ने पर्चा भरा। अब पार्टी के पास तीन दिन का समय है कि बागियों को मनाया जा सके। नामांकन वापसी के लिए उनको मनाने के लिए पार्टी ने डैमेज कंट्रोल तंत्र को सक्रिय कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्रियों को इसके लिए सभी बागियों से संपर्क साधने को कहा गया है। वहीं सांसदों को अपने क्षेत्र में बागियों को मनाने के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है।
नहीं माने तो पार्टी से निष्कासन
बागियों के लिए पार्टी का सख्त संदेश भी है कि अगर वह नामांकन वापस नहीं लेंगे और पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। पहले उन्होंने मनाने की प्रकिया चलेगी। सरकार बनने के बाद उन्हें एडजस्टमेंट जैसे आश्वास्न भी दिये जाएंगे। लेकिन किन्हीं कारण तो बगावत नहीं थमी तो बागी को बाहर को रास्ता दिखा दिया जाएगा।