देहरादून। रामनगर सीट पर कांग्रेस के हरीश रावत को टिकट बनाने से मचे बवाल के बाद मामला आलाकमान के पास पहुंच गया है। रामनगर से कांग्रेस के दावेदार और पूर्व विधायक रणजीत रावत के निर्दलीय उतरने की तैयारी से सारे समीकरण बदल गए। रणजीत किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नहीं हैं। हरीश रावत के खिलाफ अगर रणजीत निर्दलीय उतर जाते हैं तो आशंका है कि भाजपा इस सीट से जीत जाएगी। हरीश कांग्रेस का सीएम चेहरा माने जा रहे हैं, ऐसे में पार्टी नहीं चाहेगी कि एक बार फिर नतीजे 2017 की तरह आएं।
रणजीत को मनाने के लिए एक टीम प्रीतम सिंह और प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व के लगी है, लेकिन उन्होंने सल्ट से चुनाव लड़ने से इंकार कर हरीश रावत की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रणजीत अगर आज नहीं माने तो हरीश रावत की सीट कांग्रेस के बदलनी पडेगी। ऐसी संभावना है कि हरीश को हरिद्वार ग्रामीण से टिकट दिया जाए। जहां वह 2017 में हारे थे।