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केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों की वापसी के बाद एक साल तक चला किसान आंदोलन स्थगित कर दिया गया है। वहीं आंदोलन के दौरान भाजपा का विरोध करने वाले राकेश टिकैत से जब सवाल किया गया कि केंद्र द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद क्या वो राज्यों में जाकर बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे। इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि वो अपने समर्थकों को जल्दी ही इस बारे में बताएंगे।
सरकार से कोई मनमुटाव नहीं: बता दें कि केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों पर अपनी सहमति जताई है। ऐसे में किसान आंदोलन स्थल से अपने घरों की तरफ वापसी कर रहे हैं। इस बीच राकेश टिकैत से एक न्यूज चैनल में सवाल किया गया कि क्या संयुक्त किसान मोर्चा अब भी भाजपा का विरोध करेगी। इसपर किसान नेता ने कहा कि हमें सरकार से कोई मनमुटाव नहीं है। हालांकि इसके आगे क्या होगा, अभी फैसला नहीं किया गया है।
राज्यों में जाने से रोक पाना असंभव: राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगों को पूरा नहीं किया तो हम फिर से आंदोलन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में कहा कि हम जल्द ही अपने समर्थकों को इस बारे में बताएंगे। टिकैत ने अपना रूख साफ करते हुए कहा कि उन्हें राज्यों में जाने से रोक पाना असंभव है।
बता दें कि दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन भले ही स्थगित कर दिया गया हो लेकिन अभी किसान नेताओं की बैठकों का सिलसिला जारी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र और तमिलनाडु में किसानों की बैठक होगी। इसको लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें लोग जहां भी बुलाते हैं, हम वहां बैठकें आयोजित करते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि 19 दिसंबर को महाराष्ट्र के वर्धा और 17 दिसंबर को तमिलनाडु जा रहे हैं।