पंजाब में होने वाले जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनावों से ठीक पहले सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को आड़े हाथों लिया है। मुख्यमंत्री मान ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की कार्यशैली और समस्या बिल्कुल एक जैसी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि दोनों ही नेता काम करने से पहले पद की चाहत रखते हैं।
भगवंत मान ने विस्तार से बताया कि राहुल गांधी का कहना है कि पहले उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया जाए, उसके बाद वह देश के लिए काम करेंगे। ठीक यही रवैया नवजोत सिंह सिद्धू का भी है। सिद्धू चाहते हैं कि पहले उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाए, तब वह जनता की सेवा करेंगे। मान ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की सोच इससे अलग होती है। लोग चाहते हैं कि नेता पहले काम करके दिखाएं, उसके बाद ही उन्हें पीएम या सीएम जैसे बड़े पदों पर बैठाया जा सकता है।
सिद्धू पर निशाना साधते हुए मान ने याद दिलाया कि पिछली सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू के पास स्थानीय निकाय और बिजली विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय थे। उन्होंने सवाल उठाया कि जब उनके पास पावर थी, तब उन्होंने लोगों के लिए काम क्यों नहीं किया। मान ने अपनी सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आते ही लोगों को छह सौ यूनिट बिजली मुफ्त दी। अगर सिद्धू चाहते तो वह भी अपने कार्यकाल में ऐसा कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उन आरोपों की भी खिल्ली उड़ाई जिसमें उन्होंने बैलेट पेपर में गड़बड़ी की बात कही थी। चन्नी ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव के लिए सौ-सौ बैलेट पेपर पहले से ही अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर मुहर लगाकर भेज दिए हैं। इस पर पलटवार करते हुए भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस को अपनी हार साफ दिखाई दे रही है, इसलिए वे ऐसे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
मान ने कहा कि कांग्रेस वाले कन्फ्यूज हैं। पहले वे रोना रो रहे थे कि उन्हें नामांकन दाखिल नहीं करने दिया जा रहा, और अब कह रहे हैं कि बैलेट पेपर पहले से छप गए हैं। मान ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर विपक्ष को लगता है कि धांधली हो रही है, तो वे चुनाव का बहिष्कार क्यों नहीं कर देते। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव ईवीएम से हों तो भी इन्हें दिक्कत होती है और अब बैलेट पेपर से हो रहे हैं तो भी ये गालियां दे रहे हैं। मान ने नसीहत दी कि कांग्रेस को आरोप लगाने के बजाय आत्मचिंतन करना चाहिए कि वे देशभर में चुनाव क्यों हार रहे हैं। हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश और बिहार के नतीजे सबके सामने हैं।
मुख्यमंत्री ने शिरोमणि अकाली दल को भी नहीं बख्शा। उन्होंने आरोप लगाया कि अकाली दल अब गैंगस्टरों को टिकट दे रहा है और पिस्तौल के दम पर चुनाव जीतना चाहता है। उन्होंने कहा कि तरनतारन और फिरोजपुर की घटनाएं इसका सबूत हैं। वहीं, डॉ नवजोत कौर सिद्धू द्वारा सुरक्षा मांगे जाने पर भी मान ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि नवजोत कौर ने पहले अपनी ही पार्टी हाईकमान के खिलाफ बयानबाजी की और अब जान का खतरा बताकर सुरक्षा मांग रही हैं। मान ने कहा कि उन्हें बोलने से पहले सोचना चाहिए था।
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