चंबा। हिमाचल प्रदेश में जारी भारी बारिश के बीच मणिमहेश यात्रा पर निकले हजारों श्रद्धालु बुरी तरह फंस गए हैं। प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगा दी है, लेकिन जो श्रद्धालु पहले ही घर से निकल चुके थे, वे सड़कों और पैदल मार्गों पर फंसे हुए हैं। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा को रोकना पड़ा है, और हड़सर से आगे किसी भी श्रद्धालु को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
हड़सर से आगे धन्छो, गौरीकुंड और मणिमहेश डल झील पर सैकड़ों श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जो भारी बारिश और भूस्खलन के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। इसके अलावा, चंबा से भरमौर के बीच सड़क कई जगहों पर बंद होने के कारण सैकड़ों वाहनों में भी श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
पिछले 24 घंटे के दौरान मणिमहेश यात्रा पर निकले तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जिससे यात्रा की भयावहता और भी स्पष्ट हो गई है। ये दुखद घटनाएं कमल कुंड मार्ग, कुगती पास और धनछो क्षेत्र में हुई हैं। तीनों मृतक पंजाब के निवासी बताए जा रहे हैं।
कमल कुंड के पास मिला 18 साल का अमन
पहली घटना कमल कुंड मार्ग की है, जहां 18 वर्षीय अमन कुमार निवासी पठानकोट अपने दोस्तों के साथ यात्रा पर निकला था। वह अचानक अपने साथियों से काफी पीछे रह गया और दोस्तों द्वारा तलाश करने पर भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। प्रशासन को सूचना मिलने पर रेस्क्यू टीम ने कमल कुंड के पास अमन को मृत अवस्था में बरामद किया।
कुगती पास पर एक युवक की मौत
दूसरी घटना कुगती पास की है, जहां 19 वर्षीय एक युवक का शव बरामद हुआ। यह युवक भी पठानकोट निवासी था। प्रशासन ने शव को भरमौर पहुंचाया है और उसकी पहचान से जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है।
गुरदासपुर के अनमोल ने ऑक्सीजन की कमी से तोड़ा दम
तीसरी घटना धनछो क्षेत्र की है, जहां गुरदासपुर निवासी 26 वर्षीय अनमोल की मौत हो गई। अनमोल स्वास्थ्य शिविर तक पहुंचने से पहले ही ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ चुका था।
विपरीत मौसम और ऑक्सीजन की कमी बनी मुसीबत
प्रशासन ने तीनों शवों को भरमौर लाने की पुष्टि की है। अधिकारियों के अनुसार, अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी और कठिन मौसम श्रद्धालुओं के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की अपील
एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि प्रशासन इन घटनाओं की जांच कर रहा है और पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान मौसम और मार्ग की कठिनाइयों को देखते हुए पूरी सावधानी बरतें। उन्होंने सलाह दी कि मौसम की स्थिति को देखकर ही अपनी यात्रा शुरू करें। यह गंभीर स्थिति एक बार फिर पहाड़ों में यात्रा के दौरान सतर्कता और तैयारी के महत्व को रेखांकित करती है।