नई दिल्ली। पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और विपक्षी नेता उमर अयूब के नेतृत्व में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थकों का इस्लामाबाद जाने वाला काफिला पुलिस ने बीच रास्ते में रोक दिया। पुलिस और पीटीआई समर्थकों के बीच झड़प की खबरें भी हैं।
पुलिस ने राजधानी की ओर बढ़ रहे पीटीआई समर्थकों को तितर-बितर करने का प्रयास किया। अटक ब्रिज, चाच इंटरचेंज और गाजी बरोथा नहर के पास काफिले को रोका गया और बढ़ते हंगामे पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। स्वाबी से शुरू हुआ यह काफिला पंजाब क्षेत्र में प्रवेश करने जा रहा था।
पूर्व पीएम की रिहाई की मांग:
मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने पीटीआई कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इमरान खान की रिहाई तक मार्च नहीं रुकेगा और आगे प्रतिरोध का सामना करने को तैयार रहना होगा।
इमरान खान की पत्नी ने जताई चिंता:
पुलिस से झड़प और काफिले में देरी पर इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने निराशा व्यक्त की और समर्थकों से गाड़ियों में ही रहकर बिना देरी के आगे बढ़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वे खान को वापस लाने के लिए हैं।
इस्लामाबाद में मार्च की तैयारी, सरकार ने की किलेबंदी:
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए पीटीआई इस्लामाबाद में डी-चौक पर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही है। इसके बाद देश में राजनीतिक हलचल मची हुई है। हालांकि, आंतरिक मंत्रालय ने अदालती आदेशों का हवाला देते हुए इस्लामाबाद में किसी भी विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं देने और उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
पीटीआई समर्थकों के इस्लामाबाद कूच को देखते हुए सरकार ने इस्लामाबाद में भारी किलेबंदी की है, प्रमुख सड़कों को सील करने की तैयारी है और रेंजर्स और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी जैसी सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। डी-चौक और इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और राजधानी में जाने वाले मार्गों पर कंटेनर रखे गए हैं।
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