
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मुलाक़ात नहीं हो पाई। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी के दिल्ली में अनुपस्थित रहने के कारण यह मुलाक़ात नहीं हो सकी।
मुख्यमंत्री दिल्ली इसलिए गए थे कि हिमाचल प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले समारोह में केंद्रीय नेतृत्व को आमंत्रित किया जा सके। शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में मुख्य संसदीय सचिवों के मामले में उनकी व्यस्तता के कारण यह मुलाक़ात टाल दी गई। अब मुख्यमंत्री दोबारा दिल्ली जाएँगे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को इस कार्यक्रम में आमंत्रित करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया:

मुख्यमंत्री सुक्खू ने उच्चतम न्यायालय के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमे मुख्य संसदीय सचिवों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही पर रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि यह राहत महत्वपूर्ण है और आगे की कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले से भाजपा के मंसूबों पर पानी फिर गया है।
शिमला में सियासी सरगर्मी:
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव परिणामों से एक दिन पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी शिमला पहुँच गए हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा के भी कुछ दिनों बाद वहाँ पहुँचने की उम्मीद है। दोनों राज्य में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ चुनाव लड़ रही है और शिमला में चुनाव परिणामों पर नज़र रखी जा रही है। यदि कांग्रेस किसी भी राज्य में सरकार बनाती है, तो शिमला से ही आगे के निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
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