आखिरकार यह साफ हो गया कि हरीश रावत कांग्रेस में बागियों की वापस हो रही एंट्री के खिलाफ खड़े हो गए हैं जी हां उमेश शर्मा काऊ की एंट्री कांग्रेस में होने से हरीश रावत नहीं रोका और शायद आने वाले दिनों में बीजेपी से अन्य बागी जो कांग्रेस में आना चाहते हैं उनके लिए राह इतनी आसान नहीं होगी हरीश रावत से जब पूछा गया यह क्या आपने उमेश काऊ की एंट्री रोकी है तो हरीश रावत ने सीधे तौर पर कह दिया कि जिस तरह से कुछ लोगों ने सरकार को सदन के पटल पर गिराया है यह एक कलंक पूर्ण घटना है उत्तराखंड में दंड दिया नहीं दिया लेकिन संसद में अटल बिहारी वाजपेयी ने जिसे महापाप कहा था।
ऐसे में ऐसे महापापी अगर कांग्रेस में आना चाहते है तो पहले अपने पाप को स्वीकार तो करे हरीश रावत बोले ये सवाल मेरी सरकार को गिराने का नही है उत्तराखंड के मूल्य और मान्यताओं को यहाँ के संसदीय मान्यताओं पर धब्बा है जो कुछ हुआ उस दिन और पैसे से हुआ तो ऐसे लोग एक बार खेद तो प्रकट करे मैं रास्ते मे नहीं आऊंगा लेकिन ऐसे लोग अगर कांग्रेस में प्रवेश कर रहे हैं तो मुझ जैसे व्यक्ति के लिए बहुत ही कठिन होगा
आपको बता दे कि , दस अक्टूबर की देर रात तक प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के 220 नार्थ एवेन्यू आवास पर प्रीतम सिंह व कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत की मौजूदगी में यशपाल आर्य, संजीव आर्य व उमेश शर्मा काऊ की घर वापसी को हरी झंडी दी गयी। अन्य नेताओं को रात 11 बजे मिशन की जानकारी देते हुए दिल्ली के वापसी कार्यक्रम में पहुंचने को कहा गया। अपने अपने क्षेत्र में व्यस्त सभी प्रमुख नेता सुबह तक दिल्ली की सरहद में दाखिल हो चुके थे।11 अक्टूबर का सूरज चढ़ने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने राहुल गांधी के सामने विशेषकर विधायक उमेश शर्मा की वापसी का विरोध किया। कहा कि यशपाल आर्य व संजीव आर्य ने उनकी सरकार नहीं गिराई थी जबकि विधायक उमेश काऊ सरकार गिरने वाले विजय बहुगुणा गुट में शामिल रहे।