चंडीगढ़: कोलकाता में हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले के खिलाफ आंदोलन कर रहे डॉक्टर समुदाय के समर्थन में आवाज उठाते हुए, पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार से पीड़ित डॉक्टर के माता-पिता के लिए 10 करोड़ रुपये के एक्स-ग्रेशिया के अलावा जल्द न्याय और दोषियों को मिसाल बनाने वाली सजा देने की मांग की है।
केंद्र से सख्त कानून बनाने की अपील
उन्होंने केंद्र सरकार से देशभर में मेडिकल पेशेवरों के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए सख्त केंद्रीय कानून लाने की भी अपील की।
डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार सभी डॉक्टरों, खासकर महिला स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा ऑडिट
उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेडिकल पेशेवरों, खासकर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य की सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा ऑडिट कराने के लिए जिला स्वास्थ्य बोर्डों का गठन किया जाए।
एस.ओ.पी. लागू करने के निर्देश
उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रमुखों को 48 घंटों के भीतर सुरक्षा और बुनियादी ढांचे से संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एस.ओ.पीज) को अपने संस्थानों में लागू करने के लिए भी कहा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में कहीं भी डार्क स्पॉट कोने नहीं होने चाहिए और रात की शिफ्ट के दौरान जब भी महिला मेडिकल पेशेवर को दूर के वार्डों में मरीजों को देखने जाना हो, तो उनके साथ दो पुरुष स्टाफ सदस्य जरूर होने चाहिए।
हड़ताल समाप्त करने की अपील
पंजाब सरकार द्वारा डॉक्टर समुदाय को पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए, डॉ. बलबीर सिंह ने सभी डॉक्टरों से अपनी हड़ताल समाप्त कर ड्यूटी फिर से शुरू करने की अपील की, क्योंकि इससे मरीजों, खासकर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को नुकसान हो रहा है, जो बेहद चिंताजनक है।