देहरादून: महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से वीरांगना तीलू रौतेली के जन्मदिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर दूसरों के लिए प्रेरणा बन रही प्रदेश की 13 महिलाओं व युवतियों को राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार और 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
हरिद्वार बाईपास स्थित सभागार में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि महिला सशक्तीकरण एवं विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने शिरकत की। विभाग के निदेशक प्रशांत आर्य ने बताया कि खेल, कला, संस्कृति, पर्यावरण, समाजसेवा आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को यह पुरस्कार दिया जाता है। इस पुरस्कार में 51 हजार की धनराशि, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए पोषण ट्रेकर ऐप: प्रशांत आर्य ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण ट्रेकर ऐप आने वाले समय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही जनता भी इसको देख सकेगी।
मंत्री ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी: महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि हर साल आठ अगस्त को तीलू रौतेली और आंगनबाड़ी पुरस्कार दिए जाते हैं। उन्होंने सभी चयनित विभूतियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि इससे अन्य महिलाएं भी प्रेरित होंगी।
विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कार विजेता:
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खेल के क्षेत्र में: अल्मोड़ा से दिव्यांग तैराक प्रीति गोस्वामी, बागेश्वर से ताईक्वांडो खिलाड़ी नेहा देवली, हरिद्वार से पावर लिफ्टर संगीता राणा और ऊधम सिंह नगर से पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मनदीप कौर।
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हस्तशिल्प के क्षेत्र में: चमोली की नर्मदा देवी रावत।
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हिंदी साहित्य के क्षेत्र में: चंपावत से सोनिया आर्य।
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विज्ञान के क्षेत्र में: नैनीताल से सुधा पाल।
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सामाजिक क्षेत्र में: पिथौरागढ़ से शकुंतला दत्ताल और टिहरी से रीना उनियाल।
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बहादुरी के क्षेत्र में: गुलदार से मुकाबला कर अपनी सास को बचाने वाली रुद्रप्रयाग की विनीता देवी।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार: बाल परियोजनाओं में अच्छा कार्य करने वाली 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह पुरस्कार दिया गया।
यह समारोह तीलू रौतेली के जीवन और कार्यों को याद करते हुए आयोजित किया गया था। तीलू रौतेली उत्तराखंड की एक वीरांगना थीं जिन्होंने 18वीं शताब्दी में राजा सूरज मल के शासनकाल में अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
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