अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या में दिगंबर अखाड़े में राम मंदिर आंदोलन के महानायक ब्रह्मलीन रामचंद्रदास परमहंस की मूर्ति का अनावरण किया। रामचंद्रदास की 21वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि उनका पूरा जीवन राम जन्मभूमि के लिए समर्पित था।
सीएम योगी ने कहा कि परमहंस जी ने राम मंदिर को अपने जीवन का मिशन बनाया था। उन्होंने कहा कि परमहंस जी की मूर्ति को देखकर ऐसा लगता है जैसे वह अभी कुछ बोलने वाले हैं। सीएम योगी ने कहा कि उन्हें यह मूर्ति स्थापना का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ और दिगंबर अखाड़ा एक-दूसरे के पूरक रहे हैं। उन्होंने कहा कि तत्कालीन महंत दिग्विजयनाथ के सानिध्य में परमहंस जी आंदोलन में अग्रणी रहे थे।
सीएम योगी ने बांग्लादेश का नाम लिए बिना कहा कि आज पड़ोसी मुल्कों में हिंदुओं को खोजकर मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मठ-मंदिर तोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें इतिहास से सीख लेनी चाहिए और एक होकर संकल्प के साथ काम करना होगा। सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्यावासियों को पूरे देश में सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सम्मान मिलता नहीं, सम्मान सुरक्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि संतों की पहचान यही है।
सीएम योगी ने कहा कि परमहंस जी सोच रहे होंगे कि उनका संकल्प पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि परमहंस जी का आशीर्वाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि यज्ञ की पूर्णाहुति में उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।
सीएम योगी ने कहा कि आत्मा अजर है, उसे कोई मार नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि परमहंस जी वापस दिगंबर अखाड़ा में वीरान हो गए हैं क्योंकि वह उनके गुरु के गुरु थे। उन्होंने कहा कि उनके गुरु हमेशा यह जानना चाहते थे कि परमहंस जी कैसे थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरलता के कारण कोई नहीं जान सकता था कि वो कितने बड़े नेतृत्वकर्ता हैं।
सीएम योगी ने इससे पहले सरयू के संत तुलसीदास घाट तट पर स्थित परमहंस जी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।