पहाड़ों पर स्वास्थ्य सुविधाओं के बदहाल होने के चलते एक और युवक की मौत समय से इलाज नहीं मिलने से हो गई है। पौड़ी गढ़वाल के नैनीडांडा प्रखंड के अंतर्गत ग्राम देवलधर में एक युवक अमित सिंह (24) पुत्र गिरधर सिंह का अचानक से स्वास्थ्य बिगड़ गया। युवक को आनन-फानन में ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्र धुमाकोट ले गए, लेकिन वहां डाक्टर ही तैनात नहीं था। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए युवक को नैनीडांडा रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां प्राथमिक उपचार के बाद युवक को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
हायर सेंटर ले जाते हुए तोड़ा दम
नैनीडांडा से युवक को रामनगर के लिए रेफर किया गया। यहां डॉक्टरों ने पैरालिसिस अटैक बता कर युवक को हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया। लेकिन रेफर का ये सिलसिला हल्द्वानी में भी नहीं रूका और डॉक्टरों ने युवक को यहां से भी दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। युवक को दिल्ली ले जाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बता दें कि युवक पूजा में शामिल होने 21 मई को गांव आया था। 22 मई को अचानक उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया और 23 को उसकी मौत हो गई। गांव में पूजा के लिए जो खुशी का माहौल था वो मातम में बदल गया। 36 घंटे तक तड़पने के बाद अमित की हुई मौत से परिजनों के साथ ही पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है। परिजनों का कहना है कि अगर समय पर अमित को इलाज मिल जाता तो आज उसकी जान बच जाती।