देहरादून। धामी सरकार ने पूर्व श्रम मंत्री के कर्मकार कल्याण बोर्ड के बतौर अध्यक्ष मजदूरों के साइकिल वितरण में कथित गड़बड़ी के आरोपों की जांच कमिश्नर से करवाने का फैसला लिया है। पहले ही पाखरो टाइगर सफारी मामले में जांच झेल रहे हरक के लिए अब मुसबित दोहरी हो गई है।
दरअसल, उत्तराखंड सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत तत्कालीन त्रिवेंद्र सरकार में साइकिल वितरण के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आया था। तत्कालीन श्रम मंत्री हरक सिंह रावत पर इस दौरान कई तरह के आरोप लगे थे। हालांकि, इस मामले की जांच जिलाधिकारी को दी गई थी। जिलाधिकारी इस पर अपनी जांच पूरी नहीं कर पाए थे। इसलिए ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। अब धामी सरकार ने इस मामले की फाइलें एक बार फिर से खोलने का आदेश दे दिया है। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत साइकिल वितरण प्रकरण को लेकर जांच कमिश्नर से करने का फैसला ले लिया है।