- सरकारें आती-जाती रहती हैं परन्तु लोगों की दुआएं लेने के लिए काम जारी रहना चाहिए
- नौजवानों को नशों से दूर करने के लिए रोज़गार मुहैया करके उनके हाथों में टिफ़िन देना चाहता हूं- भगवंत सिंह मान
- पहले टूरिज्म सम्मेलन और ट्रैवल मार्ट का किया उद्घाटन
- फ़िरोजपुर में सारागढ़ी यादगार को मुकम्मल करने और अमृतसर में सैलीब्रेशन डेस्टिनेशन स्थापित करने का किया ऐलान
- अगर देश को नंबर एक बनाना है तो पंजाब को लाज़िमी विश्व का अग्रणी राज्य बनाना पड़ेगा
एस. ए. एस. नगर (मोहाली), 11 सितम्बर
राज्य के लोगों की मिशनरी भावना के साथ सेवा करने की पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुये मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य को वैश्विक पर्यटन स्थान के तौर पर विकसित करने का ऐलान किया है।
यहाँ एमिटी यूनिवर्सिटी में पहले टूरिज्म सम्मेलन और ट्रैवल मार्ट के उद्घाटनी समारोह के दौरान इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि सरकारें आती-जाती रहती हैं परन्तु लोगों की भलाई के लिए शुरू किये कामों को सबसे अधिक प्राथमिकता ज़रूर मिले जिससे आपको लोगों की दुआएं और शुभइच्छाएं मिलें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह नौजवानों को रोज़गार मुहैया करवा के उनके हाथों में टिफ़िन ( रोटी वाले डिब्बे) देखना चाहते हैं जिससे वह नशों के टीकों से दूर हों। उन्होंने उम्मीद जताई कि पर्यटन को उत्साहित करना इस पवित्र कार्य के लिए एक प्रेरक के तौर पर काम करेगा क्योंकि इससे राज्य के नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके खुलेंगे।
देश और विश्व भर से आईं प्रसिद्ध हस्तियों का स्वागत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई राजनैतिक समारोह नहीं है, बल्कि यह ऐसा समागम है, जो राज्य की रूह, मिट्टी और दिल से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि अपना कार्यकाल संभालने के पहले दिन से ही उनका स्वप्न गतिशील और गुरूओं के बसाये पंजाब के छिपे हुए पहलूओं से लोगों को अवगत करवाना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे बड़ी संख्या में सैलानी राज्य की तरफ खिंचे आऐंगे। उन्होंने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि पिछली किसी भी सरकार ने इस दिशा में काम करने का सोचा तक नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भौगोलिक पक्ष से भी पंजाब वरदान प्राप्त धरती है और राज्य सरकार की इच्छा पर्यटन क्षेत्र को नयी ऊँचाई पर लेकर जाने की है। उन्होंने कहा कि अमृतसर में रोज़मर्रा के एक लाख श्रद्धालू दर्शनों के लिए आते हैं और अब राज्य सरकार का ध्यान पंजाब की अन्य स्थानों के विशेष पहलूओं को उजागर करने पर है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के हरेक गाँव में शहीदों के स्मारक हैं, जिन्होंने आज़ादी से पहले और बाद में देश की ख़ातिर जानें कुर्बान की, जिसके बारे दुनिया को बताने की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती का हरेक इंच गुरूओं, पीरों- फकीरों, शहीदों और कवियों का चरण स्पर्श प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाबी ‘ग्लोबल सिटिजन’ हैं, जिन्होंने अपनी सख़्त मेहनत और समर्पण से विश्व भर में अपनी अलग पहचान स्थापित की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को सख़्त मेहनत और सहनशीलता की भावना बचपन में मिली है, जिस कारण उन्होंने दुनिया भर में अपने के लिए अलग स्थान स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की अमीर सांस्कृतिक विरासत है, जिस कारण पंजाबियों ने हरेक क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज सेवा में भी मशहूर हैं, जो हर संकट के समय लोगों की सेवा के लिए हमेशा तैयार होते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों के अमीर की गौरवमयी विरासत ने सदियों से लोगों को अपने तरफ खिंचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर देश को नंबर एक बनाना है तो पंजाब को ज़रूर विश्व भर में अग्रणी राज्य बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा और सहूलतें हैं और राज्य सरकार इनका विस्तार कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य और इसके लोगों की तरक्की और ख़ुशहाली के उद्देश्य से इस महान कार्य में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
निवेशकों के साथ सीधा संवाद रचाते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि सभी निवेशक और उद्यमी दूर-दराज इस समागम में शामिल होने के लिए पहुँचे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पुरज़ोर कोशिशों से आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को विश्व पर्यटन स्थान के तौर पर उभारने में हमारी सरकार कोई कमी नहीं छोड़ेगी।