चंडीगढ़: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपित लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों ने अयोध्या में एक नेता के फार्म हाउस में हथियार चलाने का अभ्यास किया। हथियार पाकिस्तान से मंगाए गए थे। यह जानकारी अजरबैजान से गिरफ्तार कर लाए गए लारेंस के भांजे सचिन थापन से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) की पूछताछ में सामने आई है।
एजेंसियों के हाथ उस समय के कुछ फोटो व वीडियो भी लगे हैं, जिसमें आरोपित धार्मिक स्थलों पर घूमने के अलावा हथियारों के साथ दिख रहे हैं। सचिन थापन और मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटर्स की फोटो भी सामने आई हैं। साथ ही लारेंस के शूटर सचिन भिवानी और कपिल पंडित भी हथियार दिखाते नजर आ रहे हैं। इन फोटो में लारेंस गैंग के सदस्य ठंड से बचने के लिए जैकेट्स और टोपियां पहने हुए हैं, जबकि मूसेवाला की जब हत्या हुई थी तब गर्मी का मौसम था। इसका मतलब है कि हत्याकांड की साजिश काफी पहले से रची जा रही थी।
सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला है कि मूसेवाला की हत्या से पहले लारेंस गैंग के इन शूटर्स को उत्तर प्रदेश के एक बड़े नेता की हत्या की सुपारी दी गई थी, लेकिन किसी वजह से वो प्लान सिरे नहीं चढ़ पाया था। इसके बाद गैंग ने पंजाब का रुख किया और मूसेवाला की हत्या कर दी। गौरतलब है कि मूसेलवाला हत्याकांड में दो आरोपितों को पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है, जबकि मुख्य आरोपित गोल्डी बराड़ अभी भी कनाडा में है। गोल्डी के प्रत्यर्पण को लेकर एनआइए व अन्य जांच एजेंसियां कोशिश कर रही हैं।