लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश को नियमित पुलिस महानिदेशक देने की बजाए लगातार कार्यवाहक डीजीपी के फार्मूले पर चल रही है। कारण स्पष्ट नहीं है कि योगी सरकार नियमित डीजीपी देने से क्यों बच रही है। सरकार ने 1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार को डीजी विजिलेंस, डीजी सीबीसीआईडी के साथ कार्यवाहक DGP UP का अतिरिक्त कार्यभार सौंपे जाने के आदेश दिए हैं। वर्तमान डीजीपी आरके विश्वकर्मा आज आईपीएस विजय कुमार को डीजीपी का कार्यभार सौंप कर सेवानिवृत्त होंगे।
देश के सबसे बड़े सूबे की पुलिस की कमान पिछले एक साल से कार्यवाहक डीजीपी के हाथों में जा रही है। सरकार ने 11 मई 2022 को पूर्णकालिक डीजीपी मुकुल गोयल को शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभागीय कार्यों में रुचि न लेने एवं अकर्मण्यता के चलते पद से मुक्त करते हुए डीजी नागरिक सुरक्षा के पद पर भेजा गया था।
डीजी इंटेलीजेंस डीएस चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। 31 मार्च 2023 को डीएस चौहान के सेवानिवृत्त होने के बाद डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। आरके विश्वकर्मा 30 मई 2023 को सेवानिवृत्त हो गए। अब आईपीएस विजय कुमार की कार्यवाहक डीजीपी के रूप में यूपी पुलिस के मुखिया की कमान संभालेंगे।
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