नैनीताल। हाईकोर्ट ने हरिद्वार के स्वामी परमानंद आश्रम को बड़ी राहत दी है। आश्रम ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है कि श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन उनकी संपत्ति को जबरन कब्जाने की कोशिश कर रहा है। हाईकोर्ट ने सोमवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए एसएसपी हरिद्वार को निर्देश दिये हैं कि आश्रम की संपत्ति और जानमाल को सुरक्षा प्रदान की जाए। कोर्ट के सख्त रवैये के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
गौरतलब है कि इन दिनों स्वामी परमानंद आश्रम ट्रस्ट और अखाड़े के बीच विवाद चल रहा है। परमानंद आश्रम को ट्रस्टी गण जहां पूर्व की भांति ट्रस्ट के द्वारा ही संचालित करना चाहते हैं, वही बड़ा अखाड़ा उदासीन वहां पर जबरन किसी महंत को बिठाना चाहता है। स्वामी परमानंद आश्रम के प्रबंधक शंकर पांडे ने बताया कि स्वामी परमानंद आश्रम महाराज जी के ब्राह्मलीन हो जाने के पश्चात ट्रस्ट के द्वारा ही संचालित किया जा रहा है, लेकिन गंगा किनारे इस बेशकीमती आश्रम को हड़पने के लिए अखाड़ा काफी समय से इस पर गिद्ध दृष्टि लगाए हुए था। पूर्व में महामंडलेश्वर स्वामी श्यामसुंदर दास महाराज के संरक्षण में यह संस्था सामाजिक धार्मिक कार्यों का संपादन करते हुए सुचारू रूप से चली आ रही थी, लेकिन वर्तमान में अखाड़े की हठधर्मिता के कारण यहां विवाद पैदा हो गया है। इस विवाद के चलते ही गरीबदासी संप्रदाय के संत और ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी श्यामसुंदर दास शास्त्री जी के शिष्य स्वामी रवि देव शास्त्री ने परमानंद आश्रम ट्रस्ट समिति में महंत विवाद के कारण अपने ट्रस्टी पद से इस्तीफा दे दिया है उन्होंने बताया कि हमारा ट्रस्ट इस तानाशाही के खिलाफ है और किसी भी रूप में हम अपने यहां किसी भी महंत को नहीं बैठने देंगे। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद आश्रम को सुरक्षा मिल पाएगी।