शिक्षक संस्थान ही वो मंदिर है जहाँ बच्चो को सही अनुशाशन और सही आचरण का पाठ पढ़ाया जाता है। ऐसे संस्थान मे अगर शिक्षक ही उस बातों पर अमल नहीं करगे तो बच्चो को वो क्या शिक्षा देंगे। ऐसी एक खबर काशीपुर के प्राथमिक विद्यालय सीतारामपुर से सामने आई है। जहां शिक्षक नदारद मिलने पर बच्चे भी स्कूल बंद होने के कारण गेट के बाहर ही बैठे मिले। ऐसे में उपशिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी को गेट फांदकर स्कूल के अंदर एन्ट्री करनी पड़ी। जिसके बाद उपशिक्षा अधिकारी ने स्कूल पहुंचे बच्चों को पढ़ाया भी। वहीं उन्होंने स्कूल शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की बात भी की है। हर प्रांत मे ऐसे अफसरो की बहुत ज़रूरत है।