पौड़ी गढ़वाल। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ युवा अवस्था में अपना परिवार छोड़कर गोरखनाथ मठ्ठ में सन्यासी हो गए थे, लेकिन उत्तराखंड में रह रहा उनका परिवार आज भी उनसे अटूट स्नेह है। देवभूमि के कोटद्वार के पास जन्मे योगी आदित्यनाथ का परिवार आज भी बेहद सादा जीवन जी रही है।
योगी आदित्यनाथ की बहन शशि पयाल मां भुवनेश्वरी मंदिर में फूल प्रसाद की दुकान चलाती है। उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनावों को लेकर वह भाई की जीत की प्रार्थना करती है। शशि पयाल ऋषिकेश के मां भुवनेश्वरी मंदिर में फूल-प्रसाद की दुकान चलाती हैं। उनके भाई भले ही यूपी के सीएम जैसे बड़े ओहदे पर हों, लेकिन योगी आदित्यनाथ का परिवार आज भी बेहद सादा-सहज जीवन जी रहा है। शशि पयाल मंदिर में आने वाले शिव भक्तों से यूपी विधानसभा चुनाव का रुझान पूछती दिखती हैं.
शिव भक्तों से योगी सरकार के काम की तारीफ सुनकर उनकी चिंता थोड़ी कम हो जाती है। शशि पयाल कोठार गांव में रहती हैं, जो कि लक्ष्मणझूला से मात्र 25 किमी दूर है। शशि पयाल और उनके पति मां भुवनेश्वरी मंदिर में फूल प्रसाद और अन्य खाद्य सामग्री की दुकान संचालित करते हैं। शशि पयाल ने बताया कि करीब दो हफ्ते पहले उनकी भाई योगी से बातचीत हुई थी। तब उन्होंने केवल दो टूक शब्दों में कुशलक्षेम पूछा। शशि कहती हैं कि अब हमें भी अपने भाई से बात करने में झिझक सी लगती है। गृहस्थ जीवन होता तो उनके घर-परिवार के बारे में पूछते, लेकिन उनका जीवन देश और राष्ट्र के लिए समर्पित हो गया है। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि यूपी में बीजेपी की सरकार बने और उनके भाई एक बार फिर यूपी के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालें।