देहरादून। पीएम मोदी के रूस के राष्ट्रपति पुतिन से वार्ता के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की घर वापसी की उम्मीद जगी है। उत्तराखंड से करीब 60 छात्र वहां पर हैं। उन्होंने बताया कि पहला दिन धमाकों के डर व अगले कुछ दिनों तक के लिए खाने के सामान जुटाने में बीता। क्योंकि किसी को कुछ नहीं पता आगे क्या होने वाला है। इसलिए राशन की दुकानों व माल में जरूरत के सामान लेने के लिए भीड़ बेकाबू हो उठी।
रुद्रपुर निवासी छात्र जावेद ने बताया कि हर तरफ डर व भगदड़ का माहौल है। लोग खाने व जरूरत के सामान ज्यादा से ज्यादा इकट्ठा करना चाह रहे हैं। अगले कुछ दिनों तक क्या होने वाला है कोई कुछ नहीं कह सकता। वहीं टर्नोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे एजाज खान ने का कहना है जब से इंटरनेट मीडिया पर पीएम मोदी द्वारा पुतिन से बात करने व भारत के रेस्क्यू करने की खबर आई तब से जान में जान आई है। अब वतन वापसी की उम्मीद बंधी है।