
त्योहार से पहले ही सूखे मेवे की कीमत आसमान पर पहुंच गई है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी बादाम के कीमतों में हुई है। पहली बार थोक मंडी में बादाम (रेगुलर दाना) 1020 रुपये प्रति किलो तो फुटकर में 1100 पहुंच गया है। अमेरिका के कैलिफोनिया से आने वाले बादाम की कीमतों में 20 दिनों में 350 रुपये की तेजी आई है। दूसरी तरफ अफगानिस्तान से आयात होने वाले ईरानी पिस्ता, कंधारी किशमिश, अंजीर, खुमानी और मुनक्का के दामों में 10 से 15 फीसद तक की बढ़ोतरी हो गई है। थोक कारोबारियों के मुताबिक अफगानिस्तान में अस्थिरता के कारण दाम 50 फीसद तक बढ़ सकते हैं।
गोरखपुर में प्रतिदिन 20 क्विंटल बादाम की खपत है। त्योहार व लगन के सीजन में खपत 75 फीसद तक बढ़ जाती है। आसपास के कस्बों एवं जिलों में भी बादाम समेत सभी तरह के सूखे मेवे की यही से आपूर्ति होती है। मांग में कमी के चलते पिछले वर्ष नवंबर में बादाम के कीमतों में बड़ी गिरावट आई थी। बादाम 700 रुपये किलो से घटकर 550 रुपये किलो पर आ गया था, लेकिन तीन सप्ताह में बादाम के भाव हजार रुपये के पार पहुंच गया। दिल्ली के थोक कारोबारियों के मुताबकि कैलिफोनिया में सूखा पडऩे की वजह से बादाम की फसल 30 फीसद तक कम हुई है। वहीं पैदावार कम होने के कारण काजू के दाम भी 60 रुपये किलो बढ़े हैं।