उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नैनीताल जिले के प्रवास के दौरान क्षेत्रवासियों को विकास की बड़ी सौगात दी। ग्राम पंचायत शशबनी के लेटीबुंगा मैदान में आयोजित एक विशाल कार्यक्रम में उन्होंने कुल 112 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत वाली 17 विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद महिला स्वयं सहायता समूहों और विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया और महिलाओं द्वारा तैयार किए गए स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता की सराहना की।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने राज्य की प्रगति और पलायन जैसे गंभीर मुद्दे पर महत्वपूर्ण आंकड़े साझा किए। उन्होंने पलायन आयोग की नवीनतम रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि राज्य में रिवर्स पलायन में 44 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की गिरावट आई है और नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के इंडेक्स में उत्तराखंड ने देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री ने इसका श्रेय ‘एक जनपद-दो उत्पाद’, ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’, ‘स्टेट मिलेट मिशन’, ‘होमस्टे’ और ‘वेड इन उत्तराखंड’ जैसी योजनाओं को दिया, जो स्थानीय आर्थिकी को मजबूत कर रही हैं और पहाड़ के युवाओं को रोजगार दे रही हैं।
भीमताल और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए मुख्यमंत्री ने कई अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि भीमताल क्षेत्र के भीड़ापानी, नाई, डालकन्या, देवनगर, सिलौटी और सुन्दरखाल गांवों में युवाओं के लिए मिनी स्टेडियम बनाए जाएंगे। इसके अलावा ओखलकांडा के करायल बैण्ड से टकुरा वन चौकी तक की सड़क का डामरीकरण किया जाएगा। भीमताल शहर के लिए भी उन्होंने कई सौगातें दीं, जिनमें नई पार्किंग व्यवस्था, नया रोडवेज बस स्टेशन और एक अग्निशमन केंद्र की स्थापना शामिल है। साथ ही भीमताल बाईपास नहर की कवरिंग का बचा हुआ काम भी जल्द पूरा किया जाएगा। सड़क संपर्क को बेहतर बनाने के लिए नौकुचियाताल-खड़की खरौला रोड और बडोन-सिमलिया-साननी मोटर मार्ग का मिलान करने की घोषणा की गई। कसियालेख-काफली-पदीकनाला रोड के डामरीकरण का कार्य भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं का ढांचा तेजी से विकसित हो रहा है। उन्होंने कैंची धाम, नैनादेवी मंदिर और मुक्तेश्वर धाम जैसे धार्मिक स्थलों के पुनर्विकास कार्य को मिशन मोड में चलाने की बात कही। शासन प्रशासन में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। इसका नतीजा है कि पिछले कुछ वर्षों में 26 हजार से अधिक युवाओं को पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी मिली है और 100 से अधिक नकल माफिया जेल में हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत विजिलेंस ने 200 से अधिक भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की है।
लोकार्पित की गई प्रमुख योजनाओं में भवाली बाईपास के दोनों हिस्सों का सुधारीकरण, भीमताल बाईपास सड़क सुधार, नैनीताल में 50 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट, हल्दूचौड़ के एलबीएस कॉलेज में पुस्तकालय व बहुउद्देश्यीय हॉल, पुछड़ी में गौशाला और जाडापानी राजकीय विद्यालय में विज्ञान प्रयोगशाला व कंप्यूटर लैब शामिल हैं। वहीं शिलान्यास कार्यों में लालकुआँ महाविद्यालय में परीक्षा भवन, गौलापार स्टेडियम में पूल कवरिंग और बेतालघाट व ओखलकांडा में सभागार निर्माण जैसे कार्य शामिल हैं। क्षेत्रीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने क्षेत्र की खराब मुख्य मार्ग-10 के लिए 9.5 करोड़ रुपये स्वीकृत करने और अन्य विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरमवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल और पुलिस अधीक्षक यातायात जगदीश चंद्र सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
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