रामनगरी अयोध्या के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। भव्य और नव्य राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहराने के साथ ही यह दिन समस्त सनातन धर्म को मानने वालों के लिए ऐतिहासिक बन गया। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शास्त्रों के अनुसार अत्यंत शुभ माने जाने वाले अभिजीत मुहूर्त में राम मंदिर पर धर्म ध्वजा की विधिवत स्थापना की। इस महत्वपूर्ण अनुष्ठान के संपन्न होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री और वहां उपस्थित अन्य सभी गणमान्य लोगों का औपचारिक रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भगवान राम की एक प्रतिमा भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके पश्चात उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत योगी आदित्यनाथ ने रामचरितमानस की प्रसिद्ध चौपाई ‘आजु सफल तपु तीरथ त्यागू। आजु सुफल जप जोग बिरागू॥ सफल सकल सुभ साधन साजू। राम तुम्हहि अवलोकत आजू॥’ के साथ की। इस चौपाई के माध्यम से उन्होंने उस भाव को व्यक्त किया कि आज भगवान राम के काज को होते देख और उनके दर्शन कर, सारे तप, तीर्थ और त्याग सफल हो गए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में इस घटना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि अयोध्या धाम में भगवान राम के भव्य मंदिर पर ध्वजारोहण होना केवल किसी एक यज्ञ की पूर्णाहुति मात्र नहीं है, बल्कि यह एक सर्वथा नए युग का शुभारंभ है। उन्होंने इस अवसर पर भारत के भाग्य को वैश्विक पटल पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत का उत्तर प्रदेश सरकार और प्रदेश की पूरी जनता की ओर से हृदय से अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री ने राम मंदिर को भारत की व्यापक जनभावना से जोड़ते हुए कहा कि यह भव्य मंदिर केवल ईंट-पत्थर का ढांचा नहीं है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, उनके सम्मान और आत्मगौरव का जीवंत प्रतीक है। मंदिर निर्माण के कार्य में अपना पसीना बहाने वाले श्रमिकों और कारीगरों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वे उन सभी कर्मयोगियों का हृदय से अभिनंदन करते हैं जिन्होंने इस निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आज का यह पावन दिन उन सभी पूज्य संतों, धर्मयोद्धाओं और रामभक्तों के कड़े संघर्ष को समर्पित है, जिन्होंने इस पूरे आंदोलन के लिए अपना संपूर्ण जीवन न्योछावर कर दिया।
इतिहास के पन्नों को पलटते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले पांच सौ वर्षों के दौरान न जाने कितने साम्राज्य बदले और कितनी ही पीढ़ियां बदल गईं, लेकिन राम के प्रति लोगों की आस्था हमेशा अडिग रही। जन-जन का यह विश्वास अटल था। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि जब संघ जैसे संगठन ने इस आंदोलन की कमान संभाली, तो प्रत्येक व्यक्ति के मुख से बस यही उद्घोष निकलता था कि ‘राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे… लाठी गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’। यह संकल्प शक्ति ही थी जिसने इस स्वप्न को साकार किया।
अयोध्या के कायाकल्प पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब अयोध्या लगातार संघर्षों, अराजकता और बदहाली का शिकार थी। वहां की स्थिति अत्यंत दयनीय थी, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वही अयोध्या पूरी तरह बदल चुकी है। आज अयोध्या उत्सवों की एक वैश्विक राजधानी के रूप में उभर रही है, जहां हर दिन एक पर्व और त्योहार जैसा माहौल होता है।