कानपुर। दिल्ली में हुए कार विस्फोट की घटना में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग से जुड़ी डॉक्टर शाहीन का नाम उजागर होने के बाद उनके सगे-संबंधी और परिजन गहरे सदमे में हैं। लखनऊ निवासी शाहीन के पूर्व पति ने बताया कि शाहीन कभी शिक्षा के प्रति समर्पित युवती थीं, उन्हें यह विश्वास ही नहीं हो रहा कि वह ऐसे गलत रास्ते पर जा सकती हैं।
डॉक्टर शाहीन ने वर्ष 2003 में डॉक्टर जफर हयात से विवाह किया था। डॉक्टर जफर आजकल कानपुर के सरकारी केपीएम अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं। डॉक्टर जफर के अनुसार, शादी के पहले छह-सात साल काफी अच्छे बीते, परंतु शाहीन लगातार विदेश में बसने का दबाव डालती रहीं, जिस कारण उनका संबंध विच्छेद हो गया।
डॉक्टर जफर ने बताया कि उनके दो बच्चे हैं, जो उन्हीं के साथ रहते हैं, लेकिन शाहीन ने कभी उनसे बात करने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे अभी बहुत छोटे हैं, इसलिए उन्हें इस दुखद घटना की जानकारी नहीं दी गई है। दिल्ली प्रकरण में शाहीन का नाम आने से पूरा परिवार आश्चर्यचकित है।
डॉक्टर जफर हयात ने कहा कि शाहीन कई बार विदेश जाने की इच्छा जताती थी। जब तक वे साथ थे, उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा कि उसका झुकाव आतंकवादियों से जुड़ने की ओर था। तलाक के बाद से उनकी शाहीन से कोई बातचीत नहीं हुई।
डॉक्टर जफर ने बताया कि तलाक शाहीन की ओर से ही हुआ था। उनका तलाक शरिया पद्धति के अनुसार संपन्न हुआ। यह एक तयशुदा शादी थी जो लगभग सात साल दो महीने तक चली।