Delhi: गिरती जिंदगियां बढ़ती चिंता, ड्रग ओवरडोज से हर हफ्ते 12 मौतें

नई दिल्ली: देश में ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतें लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2019 से 2023 के बीच ड्रग ओवरडोज के कारण हर दिन 2 लोगों की जान गई है, वहीं 2023 में हर हफ्ते 12 लोगों की मौत ड्रग ओवरडोज से हुई है. ये आंकड़े देश में बढ़ती नशे की समस्या और इसके गंभीर परिणामों की ओर इशारा करते हैं.

NCRB की रिपोर्ट में केवल उन मामलों को शामिल किया गया है, जिनकी पुष्टि ड्रग ओवरडोज से हुई मौत के रूप में हुई है. हालांकि, यह भी ध्यान देने योग्य है कि ड्रग ओवरडोज से संबंधित कई मामले दर्ज ही नहीं हो पाते हैं, जिससे वास्तविक आंकड़ा और भी अधिक होने की संभावना है. यह स्थिति ड्रग्स के खतरे की व्यापकता को दर्शाती है, जिसे आधिकारिक आंकड़ों से पूरी तरह समझा नहीं जा सकता.

ड्रग ओवरडोज से हुई मौतों का वार्षिक विश्लेषण:

  • 2019: 704 मौतें

  • 2020: 514 मौतें

  • 2021: 737 मौतें

  • 2022: 681 मौतें

  • 2023: 654 मौतें

इन आंकड़ों से पता चलता है कि 2019 और 2021 में मौतों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक थी, जबकि 2020 में इसमें गिरावट देखी गई. हालांकि, कुल मिलाकर, इन पांच वर्षों में ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों की संख्या काफी ऊंची रही है, जो एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या की ओर संकेत करती है.

राज्यों में ड्रग ओवरडोज का बढ़ता-घटता प्रभाव:

रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में तमिलनाडु ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों के मामले में शीर्ष पर था, जहां 108 लोगों की जान गई थी. हालांकि, राज्य में जागरूकता अभियानों और नशा मुक्ति कार्यक्रमों के कारण 2023 में यह आंकड़ा घटकर 65 हो गया है, जो एक सकारात्मक बदलाव है. यह दर्शाता है कि सही नीतियों और हस्तक्षेपों से इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है.

इसके विपरीत, पंजाब में स्थिति चिंताजनक है. 2019 में पंजाब का नाम टॉप 5 राज्यों में शामिल नहीं था, लेकिन 2022 में ड्रग ओवरडोज से 144 लोगों की मौत के साथ यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा. हालांकि, 2023 में यह आंकड़ा थोड़ा कम होकर 89 दर्ज किया गया है, फिर भी राज्य को इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है. पंजाब में बढ़ती नशे की समस्या, विशेष रूप से युवाओं के बीच, लंबे समय से चर्चा का विषय रही है और ये आंकड़े इस खतरे की पुष्टि करते हैं.

यह रिपोर्ट देश के विभिन्न हिस्सों में ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों के बदलते रुझानों को दर्शाती है. जहां कुछ राज्यों में प्रयासों से सुधार दिख रहा है, वहीं दूसरों को इस चुनौती का सामना करने के लिए अधिक मजबूत रणनीतियों की आवश्यकता है. ड्रग ओवरडोज एक जटिल समस्या है जिसके लिए बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें रोकथाम, उपचार और पुनर्वास के साथ-साथ कानून प्रवर्तन भी शामिल है.

 

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