हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें वीरभद्र सिंह के पुत्र होने पर गर्व है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह जीवनभर हिमाचल को आगे ले जाने के लिए समर्पित रहेंगे. उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि वीरभद्र सिंह एक नाम नहीं, बल्कि हिमाचल की आत्मा थे. उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के सपने को साकार करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
विक्रमादित्य सिंह ने दावा किया कि वीरभद्र सिंह ने हिमाचल का चहुंमुखी विकास किया है. उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह हमेशा लोगों के विश्वास पर खरा उतरे और हिमाचल के विकास की इबारत लिखी. उन्होंने यह भी कहा कि सच्चा जननेता वही है जो सत्ता को जन सेवा का माध्यम मानता है और वीरभद्र सिंह ऐसी ही शख्सियत थे.
वीरभद्र सिंह से बहुत कुछ सीखने को मिला सुखविंदर सिंह सुक्खू को
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्हें स्व. वीरभद्र सिंह के साथ 30 साल तक काम करने का मौका मिला और इस दौरान उन्होंने उनसे बहुत कुछ सीखा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल की विकास गाथा कांग्रेस और वीरभद्र सिंह ने लिखी है न कि भाजपा या किसी अन्य नेता ने.
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोला
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ऐसे नेता थे, जिन्होंने प्रदेश में एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोला. मुख्यमंत्री ने मंडी में आईआईटी, सिरमौर में आईआईएम तथा कांगड़ा में केंद्रीय विश्वविद्यालय को कांग्रेस की देन करार दिया और कहा कि भाजपा इन संस्थानों का झूठा श्रेय लेने का प्रयास कर रही है.