नई दिल्ली: मिस्र के एक रिसॉर्ट में गाजा में शांति समझौते के लिए चल रही बातचीत अब एक अहम मोड़ पर पहुंच गई है. बुधवार को इस वार्ता के तीसरे दिन अमेरिका के शीर्ष मिडिल ईस्ट सलाहकार, कतर के प्रधानमंत्री और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. यह इस बात का संकेत है कि अब वार्ताकार अमेरिका की शांति योजना के सबसे कठिन मुद्दों पर गहराई से चर्चा कर रहे हैं, ताकि गाजा में जारी जंग को खत्म किया जा सके. हमास ने कहा है कि उसे मध्यस्थ देशों से यह पक्का भरोसा चाहिए कि सभी बंधकों को रिहा करने के बाद इजरायल फिर से सैन्य अभियान शुरू नहीं करेगा.
हजारों फलस्तीनी की हुई मौत
दोनों पक्षों ने अब तक यह उम्मीद जताई है कि करीब दो साल से जारी युद्ध को खत्म करने का कोई रास्ता जल्द निकलेगा. इस संघर्ष में हजारों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा पट्टी का अधिकांश इलाका तबाह हो गया है.
फिलहाल, समझौते के कुछ अहम हिस्सों पर अभी सहमति नहीं बन पाई है. इनमें सबसे बड़े मुद्दे हैं:
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हमास का निरस्तीकरण (हथियार छोड़ना)
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इजरायली सेना की वापसी का समय और दायरा
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गाजा पर हमास के बाद शासन के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था की स्थापना
मिडिल-ईस्ट जाएंगे ट्रंप
बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे आने वाले कुछ दिनों में मिडिल ईस्ट की यात्रा पर जा सकते हैं. व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने कहा, “शायद मैं इस हफ्ते के आखिर में वहां जाऊं. बातचीत बहुत अच्छे से आगे बढ़ रही है.”
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