Punjab: गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सिख जत्थों को पाकिस्तान जाने से रोकने पर सीएम मान ने केंद्र पर उठाए सवाल – The Hill News

Punjab: गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सिख जत्थों को पाकिस्तान जाने से रोकने पर सीएम मान ने केंद्र पर उठाए सवाल

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान जाने से रोकने के भारत सरकार के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई.

मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझना मुश्किल है कि भाजपा की नीति पाकिस्तान के खिलाफ है या अपने ही लोगों के खिलाफ, और यह मोदी सरकार के पंजाब के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैये को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि यदि कोई पाकिस्तानी अभिनेत्री पंजाबी कलाकार की फिल्म में अभिनय करती है, तो केंद्र द्वारा फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है और पंजाबियों को देशद्रोही करार दिया जाता है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र के सौतेले व्यवहार के कारण अंततः पंजाबी कलाकार और हमारा फिल्म उद्योग ही नुकसान उठाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म की शूटिंग पहलगाम आतंकवादी हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से काफी पहले हुई थी, लेकिन इस बहाने फिल्म पर प्रतिबंध लगाना अन्याय था. हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच की अनुमति सिर्फ इसलिए दी जाती है क्योंकि एक बड़े साहिब के बेटे ने ऐसा चाहा था. भगवंत सिंह मान ने कहा कि भाजपा की ट्रोल आर्मी ने पंजाबी अभिनेताओं और निर्माताओं को देशद्रोही करार दिया था, जबकि अब जब यह मैच देश में हुआ तो सब चुप हैं.

मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जब क्रिकेट बोर्ड अमित शाह के बेटे के हाथों में है, तो पाकिस्तान के साथ मैच आयोजित करना अचानक भारत सरकार के लिए मजबूरी बन जाता है. उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि पाकिस्तान इस पैसे का क्या करता है, अपने भारत विरोधी रुख के कारण, जो उसे ऐसे मैचों से कमाता है, दूसरे शब्दों में, यह पाकिस्तान का लाभ है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेल सकता है, तो तीर्थयात्री श्री करतारपुर साहिब और श्री ननकाना साहिब में दर्शन के लिए क्यों नहीं जा सकते?

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब अफगानिस्तान में आपदा आती है, तो भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय सरकार उन्हें सहायता भेजने के लिए दौड़ पड़ती है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अब जब पंजाब विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहा है, तो भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पंजाब को देय वैध धन भी जारी नहीं किया. भगवंत सिंह मान ने कहा कि भाजपा लगातार पंजाब और उसके लोगों के खिलाफ द्वेष रखती है, और केंद्र सरकार ने प्रधान मंत्री द्वारा घोषित 1600 करोड़ रुपये भी जारी नहीं किए हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कल तक, पंजाब भाजपा के नेता राज्य सरकार पर निराधार सवाल उठा रहे थे, उन्होंने जाखड़ और बिट्टू को यह समझाने की चुनौती दी कि केंद्र सरकार जत्थों को श्री करतारपुर साहिब जाने की अनुमति क्यों नहीं दे रही है, जबकि दूसरी ओर क्रिकेट मैच की अनुमति थी. उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब वह पवित्र स्थल है जहां श्री गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे, और श्री ननकाना साहिब वह पवित्र स्थान है जहां गुरु साहिब का जन्म हुआ था. भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे लिए ये मुद्दे राजनीति या व्यवसाय से संबंधित नहीं हैं, बल्कि ये हमारी भावनाओं से संबंधित मुद्दे हैं क्योंकि इन स्थानों को पंजाबियों द्वारा विश्वास और भक्ति के सबसे बड़े केंद्रों के रूप में सराहा जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी इन स्थानों पर अपने गुरु के दर्शन करना चाहते हैं, और भक्तों को इन पवित्र स्थलों पर जाने से रोकना सिर्फ अन्याय नहीं है, बल्कि लाखों सिखों की धार्मिक भावनाओं को भी गहरा आघात पहुंचाता है. भगवंत सिंह मान ने सवाल किया कि क्या अमित शाह का बेटा लाखों सिख संगत से ज्यादा महत्वपूर्ण है? उन्होंने प्रधान मंत्री से अपील की कि राजनीति इंतजार कर सकती है, क्रिकेट इंतजार कर सकता है, लेकिन भक्ति इंतजार नहीं कर सकती.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी पंजाब दोनों भाईचारे और संस्कृति का एक मजबूत बंधन साझा करते हैं, लेकिन ये नेता ऐसी साजिशों से इसे कमजोर करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि आज मोदी देश के प्रधान मंत्री केवल इसलिए हैं क्योंकि पंजाबियों ने विदेशी साम्राज्यवाद के चंगुल को हटाने के लिए राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में सर्वोच्च बलिदान दिए थे. भगवंत सिंह मान ने कहा कि मोदी और कंपनी के निहित स्वार्थों के लिए चयनात्मक अनुमोदन और प्रतिबंधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि पंजाब खाद्य उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावों के कार्यक्रम के अनुसार राज्यों को पैकेज दिए जाते हैं, जिसके कारण असम, बिहार और अन्य राज्यों को विकास के लिए भारी पैकेज मिल रहे हैं, जबकि पंजाब को बाढ़ राहत में जानबूझकर पीछे छोड़ दिया गया है. जाखड़, बिट्टू और अन्य सहित भाजपा की कांग्रेस इकाई पर उनके संदिग्ध रुख के लिए हमला करते हुए, उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने निहित स्वार्थों की रक्षा के लिए भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे. भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के लोग अकाली दल, भाजपा और अन्य के संदिग्ध चरित्र से अच्छी तरह वाकिफ हैं क्योंकि इन नेताओं ने राज्य की संपत्ति को लूटा था.

मुख्यमंत्री ने दोहराया कि मोदी सरकार पंजाब विरोधी सिंड्रोम से पीड़ित है, जिसके कारण वे राज्य को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की इच्छा चलती है, तो वे राष्ट्रीय गान से भी पंजाब का नाम हटा देंगे. भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को किसी से भी देशभक्ति के किसी भी एनओसी की आवश्यकता नहीं है, खासकर उन लोगों से जो आज केंद्र में सत्ता में हैं.

 

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