नई दिल्ली। टाइगर श्रॉफ और संजय दत्त अभिनीत फिल्म ‘बागी-4’ लंबे समय से चर्चा में है। साजिद नाडियाडवाला के प्रोडक्शन में बनी इस फिल्म से जब टाइगर श्रॉफ का पहला पोस्टर सामने आया था, तभी से फैंस में उत्सुकता बढ़ गई थी। ट्रेलर से यह साफ हो गया था कि इस बार फिल्म में रोमांस से ज्यादा एक्शन होने वाला है, क्योंकि उसमें कई ऐसे सीन थे, जो बॉलीवुड में आमतौर पर कम देखने को मिलते हैं। लंबे समय बाद पर्दे पर दमदार एक्शन करते दिखे टाइगर श्रॉफ की इस फिल्म को दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है।
दर्शकों को कैसी लगी ‘बागी 4’ की कहानी?
‘बागी 4’ में टाइगर श्रॉफ एक बार फिर से रॉनी के किरदार में लौटे हैं, लेकिन इस बार उनके अपोजिट श्रद्धा या दिशा पटानी नहीं, बल्कि हरनाज संधू हैं, जिन्होंने इस फिल्म से डेब्यू किया है। फिल्म में दमदार एक्शन और भरपूर गाने हैं। हालांकि, फिल्म की कहानी को लेकर दर्शकों की राय बंटी हुई है।
एक यूजर ने फिल्म की तारीफ करते हुए लिखा, “मार्चो और एनिमल को भूल जाओ, बागी 4 खतरनाक मूवी का रियल बाप है। टाइगर ने थिएटर्स में आग लगा दी है।”
एक अन्य दर्शक ने फिल्म देखकर लिखा, “बागी 4 डिसेंट फिल्म है। कहानी अच्छी है, टाइगर श्रॉफ ने अपने करियर की सबसे बेस्ट एक्टिंग की है, आप जाइए और ये फिल्म देखिए।”
एक और यूजर ने फिल्म के पक्ष में लिखा, “मैं आपको बागी 4 का ईमानदारी से रिव्यू दूंगा। टाइगर श्रॉफ ने अच्छा काम किया है। फिल्म बहुत ही अच्छी है। स्टोरी इंगेजिंग है। फाइट सीन काफी अच्छे हैं, जो इंगेज करते हैं, कहीं भी नहीं लग रहा कि ये थोपे गए हैं। सपोर्टिंग कास्ट ने अच्छा काम किया है, फिल्म के गाने बहुत ही बेहतरीन हैं।”
‘बागी 4’ को मिले हैं मिक्स रिव्यू
जहां कुछ दर्शकों को यह फिल्म ‘एनिमल’ से बेहतर लगी, वहीं दूसरी तरफ कई लोगों को यह फिल्म बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रही है।
एक यूजर ने फिल्म के बारे में लिखा, “बागी सिंगल स्क्रीन ऑडियंस के लिए अच्छी है, क्योंकि फिल्म में हिंसा बहुत ही ज्यादा है। कहानी और स्क्रीनप्ले में दम नहीं हैं, गाने अच्छे हैं, ओवरऑल ये ए-बी ग्रेट मसाला मूवी है।”
एक और यूजर ने निराशा व्यक्त करते हुए लिखा, “बागी 4 क्यों बनाई, ब्रो अपनी एनर्जी गलत फिल्म्स पर लगा रहा है। वह शायद एवरेज एक्टर होगा, लेकिन हर मूवी में अपना 100% देता है। वॉर और सिंघम अगेन में उनकी परफॉर्मेंस शानदार है।”
फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि रॉनी अपनी गर्लफ्रेंड के अचानक गायब होने के बाद सुसाइड करने की कोशिश करता है, लेकिन वह बच जाता है। हालांकि, उसकी असलियत धुंधली पड़ने लगती है, क्योंकि एक सच उसे जुनून और प्यार के जाल में फंसाता है। अब उसकी गर्लफ्रेंड मर गई है या संजय दत्त के साथ मिलकर रॉनी को ही फंसाने की चाल चल रही है, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
गौरतलब है कि रिलीज से पहले ही फिल्म को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) द्वारा 23 सीन्स के साथ ऑडियो पर कैंची चलाने के बाद कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।