शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश जानलेवा साबित हो रही है। राजधानी शिमला में भूस्खलन की चपेट में आकर चार लोगों की मौत हो गई है। इन हादसों में एक पिता-पुत्री, एक बुजुर्ग महिला और एक युवती शामिल हैं, जिनकी मलबे में दबकर मौत हो गई। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण दो घर पूरी तरह से तबाह हो गए।
शिमला शहर में एक घर मलबे की चपेट में आ गया, जिसमें एक 35 वर्षीय व्यक्ति और उसकी 10 वर्षीय बेटी की मौत हो गई। इसी तरह, कोटखाई में एक बुजुर्ग महिला ने अपनी जान गंवा दी।
जुब्बल के बाऊली में दीवार के नीचे दबी 23 साल की युवती:
जुब्बल तहसील की बढ़ाल पंचायत के बाऊली गांव में मकान की दीवार गिरने से अंदर सो रही 23 वर्षीय कनिष्का पुत्री स्वर्गीय अमर सिंह मलबे में दब गईं, जिससे उनकी मौत हो गई। एसडीएम जुब्बल गुरमीत नेगी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि गांव तक पहुंचने वाली सड़क कई स्थानों पर अवरुद्ध है। प्रशासनिक अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
कोटखाई में भूस्खलन की चपेट में आया मकान, बुजुर्ग की मौत:
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार तड़के कोटखाई उपमंडल के तहत गांव चोल, डाकघर आदर्श नगर में एक घर के पीछे भूस्खलन हुआ। भूस्खलन की चपेट में आने से मकान अचानक ढह गया। इस हादसे में घर में मौजूद वृद्धा कलावती पत्नी स्व. बलराम सिंह मलबे में दब गईं।
स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और महिला को निकालने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें बचाया नहीं जा सका। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
शिमला शहर में भूस्खलन से कई सड़कें बंद:
राजधानी शिमला में जगह-जगह भूस्खलन होने से कई रास्ते बंद हो गए हैं। भूस्खलन के साथ एक से डेढ़ दर्जन पेड़ सड़कों पर गिरे पड़े हैं। राज्य लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, नगर निगम और प्रशासन सड़कों और बंद रास्तों को खोलने में लगे हुए हैं।
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