नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में आज (बुधवार, 20 अगस्त) उस समय हड़कंप मच गया, जब एक जनसुनवाई के दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर अचानक हमला हो गया। यह घटना मुख्यमंत्री कार्यालय में चल रही जनसुनवाई के दौरान हुई। हमलावर ने मुख्यमंत्री के बाल पकड़कर थप्पड़ मारा, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इस घटना के बाद, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। इस पूरी घटना के चश्मदीदों ने दैनिक जागरण की टीम से बातचीत में अपनी आंखों देखी बयां की है।
दैनिक जागरण के संवाददाता हरीश से बात करते हुए, चश्मदीद मुकेश पाल ने घटना का विस्तृत ब्योरा दिया। मुकेश ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता हमेशा की तरह लोगों की शिकायतें बेहद ध्यान से सुन रही थीं। सुबह करीब साढ़े आठ बजे, उनसे पहले राजेश नामक एक व्यक्ति का नंबर आया। राजेश अपने हाथ में कुछ कागज़ात लिए हुए था और वह तेजी से मुख्यमंत्री की मेज के पास पहुँचा। मुकेश के अनुसार, इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, राजेश ने अचानक मुख्यमंत्री पर हमला कर दिया। मुकेश ने बताया कि आरोपी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बीच सिर्फ एक हाथ की दूरी थी, जिससे उन्हें प्रतिक्रिया करने का कोई मौका नहीं मिला। मुकेश पाल ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मांग की कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि वह पहले भी जनसुनवाई में आ चुके हैं और मुख्यमंत्री हमेशा लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुनती हैं।
वहीं, चश्मदीदों नवनीत कुमार और संजय से भी बात की। चश्मदीद नवनीत कुमार ने बताया कि वह घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर बैठे थे। उन्होंने पुष्टि की कि जब आरोपी ने मुख्यमंत्री के बाल पकड़कर थप्पड़ मारा तो उसकी आवाज़ स्पष्ट सुनाई दी थी। नवनीत के बयान की पुष्टि करते हुए, चश्मदीद संजय ने भी बताया कि हमलावर ने मुख्यमंत्री के बाल खींचे और उन्हें थप्पड़ मारा, साथ ही हाथापाई करने की कोशिश भी की। इन चश्मदीदों के बयान से घटना की भयावहता और मुख्यमंत्री पर हुए अचानक हमले की पुष्टि होती है।
दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी राजेश भाई खिमजी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस फिलहाल उससे इस हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए गहन पूछताछ कर रही है। हालांकि, घटना के बाद आरोपी राजेश की मां कैमरे पर आईं और उन्होंने चौंकाने वाला दावा किया। उनकी मां के अनुसार, राजेश कुत्तों से संबंधित एक हालिया फैसले से दुखी था और इसी वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि राजेश गुजरात से दिल्ली आया था। हालांकि, इस दावे में कितनी सच्चाई है और क्या यह हमले का एकमात्र कारण है, यह पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस सभी संभावित कोणों से जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह और किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता का पता लगाया जा सके। इस घटना ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
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