कन्नौज। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर आगामी चुनावों में धांधली करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एक बड़ा और सनसनीखेज बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव के दौरान बूथों के पास मशीनें लगाकर फर्जी आधार कार्ड बनवाती है और उनसे वोट डलवाती है। इसके जवाब में उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इस बार वह भी भाजपा की तरह बूथों के पास “ऐसी मशीन लगाएंगे, जिससे वोट और आधार कार्ड बनाए जा सकें।”
अखिलेश यादव ने यह बातें शुक्रवार को कन्नौज में अपने दौरे के दौरान कहीं। वह यहां शहर के सराय बहादुर मोहल्ले में सपा जिला उपाध्यक्ष राजेश पाल के आवास पर उनकी मां विद्यावती पाल के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने अन्य सपा नेताओं के घर जाकर मुलाकात की और एक प्रेसवार्ता को संबोधित किया।
“भाजपा के पास फर्जी आधार कार्ड बनाने की मशीन”
प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने चुनावी धांधली का आरोप लगाते हुए कहा, “प्रदेश और बिहार में बड़े पैमाने पर फर्जी वोट बनाए जा रहे हैं। पिछले चुनाव में गुरसहायगंज में एक मतदान केंद्र के पास से पांच हजार फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए थे।”
उन्होंने सीधा आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा के पास फर्जी आधार कार्ड बनाने की मशीन है।” इस पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार वह भी चुनाव में भाजपा की इस रणनीति का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
फर्जीवाड़े को रोकने के लिए एक सुझाव देते हुए उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार को अमेरिका की तरह मेटल (धातु) के आधार कार्ड बनवाने चाहिए। इससे देश में नकली आधार कार्ड से होने वाला फर्जीवाड़ा रुकेगा।”
शिक्षा और कानून-व्यवस्था पर भी साधा निशाना
अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर अन्य मुद्दों को लेकर भी हमला बोला।
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शिक्षा: उन्होंने कहा, “संविधान में सभी को शिक्षा का अधिकार है, लेकिन भाजपा सरकार स्कूल बंद कर रही है।” उन्होंने शिक्षित लोगों से अपील की कि वे ‘पीडीए पाठशाला’ खोलकर बच्चों की पढ़ाई को रुकने न दें।
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कानून-व्यवस्था: प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “एक राज्यमंत्री थाने में धरना दे रही हैं। डिप्टी सीएम को डपटा जा रहा है। अब तो प्रदेश में पुलिस भी लापता हो रही है।”
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पर व्यक्तिगत हमला
सपा प्रमुख ने बिना नाम लिए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “वह (डिप्टी सीएम) समाजवादियों को ‘नमाजी’ बता रहे हैं, लेकिन वह भूल गए कि उनके रिश्तेदार भी कन्नौज में रहते हैं। पांच बार के एक ‘नमाजी’ (मुस्लिम नेता) ने ही भाजपा के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम प्रस्तावित किया था और भाजपा के गठन में उनका सहयोग रहा था।” एक व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए अखिलेश ने कहा, “डिप्टी सीएम पहले चौकीदारी करते थे।”
संत अनिरुद्धाचार्य के राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सभी संत समाज से अपील करते हैं कि वे राजनीति में बिल्कुल न पड़ें।