- ‘खेड़ा वतन पंजाब दियां’ और नई खेल नीति से खिलाड़ियों को मिल रहा है प्रोत्साहन
चंडीगढ़: पंजाब सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रही है. सरकार का लक्ष्य पंजाब के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल बनाना है. ‘खेड़ा वतन पंजाब दियां’ कार्यक्रम और नई खेल नीति के ज़रिए खिलाड़ियों को सुविधाएँ और प्रोत्साहन दिया जा रहा है.
पेरिस ओलंपिक में पंजाब के खिलाड़ियों का प्रदर्शन:
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19 खिलाड़ियों ने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया. 
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हॉकी टीम में पंजाब के 10 खिलाड़ी शामिल थे, जिसने कांस्य पदक जीता. 
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6 निशानेबाज़, 2 एथलीट और 1 गोल्फ़र ने भी ओलंपिक में भाग लिया. 
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3 खिलाड़ियों ने पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लिया. 
खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता:
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पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले 22 खिलाड़ियों को तैयारी के लिए 15-15 लाख रुपये की सहायता दी गई. कुल 3.30 करोड़ रुपये खर्च किए गए. 
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कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के 8 पंजाबी खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ रुपये और 2 रिज़र्व खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपये दिए गए. 
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एशियाई खेलों और राष्ट्रीय खेलों में जीत हासिल करने वाले 168 खिलाड़ियों को 33.83 करोड़ रुपये की इनामी राशि दी गई. 
खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयास:
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1000 स्पोर्ट्स नर्सरियों की स्थापना. 
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‘खेड़ा वतन पंजाब दियां’ कार्यक्रम का आयोजन. 
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नई खेल नीति लागू करना. 
‘खेड़ा वतन पंजाब दियां’ कार्यक्रम:
पिछले साल इस कार्यक्रम के तीसरे संस्करण में 37 खेलों के 5 लाख खिलाड़ियों ने भाग लिया. इसमें पहली बार पैरा स्पोर्ट्स को भी शामिल किया गया.
नई खेल नीति के मुख्य बिंदु:
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प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका देना. 
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पारदर्शी चयन प्रक्रिया. 
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योग्यता के आधार पर चयन. 
‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन स्पोर्ट्स’:
हर ज़िले में एक खेल को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई है. हर ज़िले में स्पोर्ट्स एसोसिएशन बनाई गई है और विशेषज्ञों द्वारा कोचिंग दी जा रही है.
महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित माहौल:
महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने के लिए ज़िला स्तर पर 5 सदस्यीय यौन उत्पीड़न निवारण समिति का गठन किया गया है.
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