नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही उद्योगपति एलन मस्क और ट्रम्प के पुराने सहयोगियों के बीच तनाव बढ़ गया है। यह विवाद ट्रम्प की जीत के बाद मस्क की बढ़ती ताकत और कैबिनेट नियुक्तियों को लेकर है। पांच नवंबर को ट्रम्प की जीत के बाद मस्क को दुनिया के सबसे ताकतवर गैर-निर्वाचित व्यक्ति के रूप में देखा जा रहा है।
मार-ए-लागो में हुआ झगड़ा: एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, यह विवाद पिछले हफ्ते मार-ए-लागो में एक डिनर पार्टी के दौरान सामने आया। रिपोर्ट में बताया गया है कि मस्क ने ट्रम्प के लंबे समय से सलाहकार बोरिस एप्सटेन द्वारा चुने गए कैबिनेट उम्मीदवारों पर सवाल उठाए, जिससे एप्सटेन भड़क उठे। मस्क ने एप्सटेन पर ट्रम्प के निजी निर्णयों को मीडिया में लीक करने का भी आरोप लगाया।
नियुक्तियों पर मस्क का विरोध: मस्क का कहना है कि न्याय विभाग और व्हाइट हाउस के शीर्ष पदों पर एप्सटेन की भूमिका अत्यधिक है। एप्सटेन की सलाह पर मैट गेट्ज को अटॉर्नी जनरल और विलियम मैकगिनले को व्हाइट हाउस काउंसल के पद पर नियुक्त किया गया है। ट्रम्प के वकील टॉड ब्लैंच और एमिल बोव को भी न्याय विभाग में शीर्ष पदों पर नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों से मस्क नाराज हैं। गौरतलब है कि एप्सटेन ने ट्रम्प के आपराधिक मामलों में बचाव में अहम भूमिका निभाई है और चुनाव के बाद कैबिनेट नियुक्तियों में भी उनकी अहम भूमिका रही है।
मस्क की बढ़ती ताकत: मस्क ने हाल ही में यूक्रेन और तुर्की के राष्ट्रपतियों के साथ-साथ ईरानी राजदूत से भी गुप्त बैठकें की हैं। कैबिनेट नियुक्तियों और इन बैठकों में उनकी बढ़ती भूमिका से ट्रम्प के पुराने सहयोगी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और कुछ का मानना है कि मस्क अपनी सीमा लांघ रहे हैं। मस्क की बढ़ती ताकत ने ट्रम्प के पुराने सहयोगियों के बीच मतभेद को जन्म दिया है।
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