बागेश्वर: ब्राजील में एक से 15 मई तक होने वाले डेफ ओलंपिक गेम्स के लिए पूनम तिवारी के भारतीय बैडमिंटन टीम का कोच चुने जाने पर उनके मायके जलथाकोट में खुशी का माहौल है। लोग पूनम की मां और परिवारजनों को शुभकामना देने के लिए पहुंच रहे हैं।जलथाकोट निवासी स्वर्गीय देवकीनंदन तिवारी और शांति तिवारी की ुपुत्री पूनम की पढ़ाई अल्मोड़ा से हुई। वहीं से उन्होंने बैडमिंटन की कोचिंग ली। बैडमिंटन की बेहतरीन खिलाड़ी पूनम भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं। वह रेलवे की बैडमिंटन टीम की भी कोच हैं। पूनम का ससुराल भवाली में है। उनके पति गिरीश चंद्र रेलवे में कार्यरत हैं। पूनम के भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच बनने पर जलथाकोट क्षेत्र में जश्न का माहौल है। पूनम के चाचा कैप्टन मथुरा दत्त तिवारी समेत पूरे परिवार ने लोगों का मुंह मीठा कर खुशी जताई। कहा कि जलथाकोट और पूरे बागेश्वर के लिए गौरव का क्षण है। पूनम की मां शांति तिवारी उनकी उपलब्धि पर बेहद खुश हैं।