देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून में जाली दस्तावेजों के आधार पर फर्म की संपत्ति निजी बताकर कुछ व्यक्तियों ने दूसरी पार्टी को हस्तांतरित कर दी। एसएसपी के निर्देश पर शहर कोतवाली पुलिस ने 11 आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। राजेंद्रनगर निवासी जगदीश भाटिया ने बताया, वह मैसर्स भाटिया इंटरप्राइजेज में साझेदार हैं। फर्म तीन फरवरी 1999 को बनाई गई थी, जिसमें जगदीश भाटिया, पार्वती देवी, ओमप्रकाश, जीतराम, किशनलाल, सरला कुमारी, सरोजबाला, कांता भाटिया साझेदार थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह पिछले डेढ़ साल से किशनलाल भाटिया के बेटे जितेंद्र भाटिया, कमल भाटिया, चंद्र प्रकाश भाटिया से फर्म के दस्तावेज दिखाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन उन्होंने दस्तावेज नहीं दिखाए। जगदीश भाटिया ने उनसे कहा कि पूर्व में हुए समझौते के अनुरूप संपत्ति का बंटवारा कर लें, लेकिन वह टालते रहे। सितंबर 2021 में जगदीश भाटिया ने जब अपने स्तर पर दस्तावेजों की जांच करवाई तो पता चला कि उन्होंने संपत्ति को अपने पिता किशनलाल भाटिया की निजी संपत्ति दर्शाते हुए पूरी संपत्ति गुलशन भाटिया, राजकुमार भाटिया, मनोज भाटिया, विजय कुमार भाटिया, प्रेम कुमार और राजकुमार को हस्तांतरित कर दी।इंस्पेक्टर शहर कोतवाली ने कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि जांच के बाद जितेंद्र भाटिया, विजय कुमार, राजकुमार, प्रेम कुमार, मनोज, राजकुमार, गुलशन भाटिया, सरोज भाटिया, दिनेश भाटिया, अमित व जाय भाटिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।