चंडीगढ़, 3 अक्टूबर:
पंजाब के छह औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) का कायाकल्प होने जा रहा है। तकनीकी शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और राज्यसभा सदस्य डॉ. विक्रमजीत सिंह सहनी के बीच हुए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के बाद ये बदलाव आएंगे।
बैंस ने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग पंजाब के युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए लगातार पहल कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों के कारण आईटीआई आधुनिक शिक्षा प्रदान करने में सक्षम नहीं थे। इन मुद्दों को दूर करने के लिए उन्होंने विक्रमजीत सिंह सहनी से संपर्क किया, जिसके बाद 6 आईटीआई को गोद लेने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्य बिंदु:
-
छह आईटीआई बनेंगे उत्कृष्टता के केंद्र: पटियाला, लुधियाना, मानिकपुर शरीफ (एसएएस नगर), सुनाम (संगरूर), और लालरू के आईटीआई को उत्कृष्टता के केंद्र में बदला जाएगा।
-
11 करोड़ रुपये का निवेश: डॉ. सहनी इन संस्थानों को अपग्रेड करने के लिए लगभग 11 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।
-
उद्योग से जुड़ाव: आईटीआई स्थानीय उद्योगों से जुड़ेंगे ताकि छात्रों को नौकरी और अपरेंटिसशिप मिल सके।
-
मोहाली आईटीआई महिला में नए पाठ्यक्रम: मोहाली आईटीआई महिला में एयर होस्टेस, ब्यूटी वेलनेस और जूनियर नर्सिंग के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएँगे ताकि लड़कियों को सशक्त बनाया जा सके।
-
ड्रोन अकादमियाँ: लालरू और मानिकपुर शरीफ आईटीआई को ड्रोन अकादमी के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसका लक्ष्य ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान बनना है।
-
आईटीआई लुधियाना उत्कृष्टता केंद्र: नवंबर में आईटीआई लुधियाना के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र लॉन्च किया जाएगा।
-
सीटों में वृद्धि: सरकार ने राज्य के अधिक युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आईटीआई में सीटों की संख्या 28,000 से बढ़ाकर 35,000 कर दी है।
बैंस ने कहा कि ये पहल दस हजार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी और राज्य में बेरोजगारी और नशे की समस्या को खत्म करने में मदद करेगी।