लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। सीएम योगी ने सरकार की रोजगारोन्मुखी योजनाओं व नीतियों से युवाओं को अवगत कराने के लिए 48 सदस्यीय टीम का गठन किया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 12, भारतीय पुलिस सेवा और वन सेवा के छह-छह छह अधिकारियों (सभी सेवानिवृत्त) के साथ 24 वरिष्ठ शिक्षाविदों को शामिल किया गया है। टीम तीन से पांच फरवरी तक प्रदेश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में युवाओं से संवाद कर रोजगार से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी, साथ ही युवाओं को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की उपयोगिता से अवगत कराएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 10 फरवरी को प्रधानमंत्री समिट का शुभारंभ करेंगे। मुख्य समारोह से प्रदेश के सभी जिलों को जोड़ कर सभी 75 जिलों में निवेश होगा। कार्यक्रम में स्थानीय विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के युवाओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। विश्वविद्यालयों में भ्रमण कर सरकार की योजनाओं से छात्रों को अवगत कराया जाना चाहिए। जिन जिलों में कोई विश्वविद्यालय नहीं है वहां महाविद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में जब हमने प्रदेश की जिम्मेदारी संभाली थी, तब प्रदेश की अर्थव्यवस्था की स्थिति दयनीय थी। हमने सभी पहलुओं का अध्ययन कर मिशन मोड में काम किया। कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने के प्रयास हुए। अगले ही वर्ष जब हमने इन्वेस्टर्स समिट आयोजित किया तो 4.68 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इसके उपरांत तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से हम लगभग 4 लाख करोड़ तक के प्रस्तावों को जमीन पर उतार चुके हैं।
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