उत्तराखंड व कर्नाटक के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुजरात का मुख्यमंत्री भी बदलने का अंततः फैसला कर लिया। विजय रूपाणी को हटाए जाने के पीछे सबसे बड़ा कारण आगामी विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है, जिसमें पार्टी नया चेहरा के बगैर चुनाव जीतने को लेकर सशंकित थी। गुजरात में पाटीदार समाज भाजपा का कोर बोर्ड बैंक है और अपने कोर बोर्ड बैंक को साधने के लिहाज से भाजपा किसी पाटीदार को ही गुजरात की कमान सौंपेगी। भाजपा फिर बड़ी जीत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के लिए नए चेहरा सामने लाना चाहती है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडवीया, केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रूपाला व गुजरात भाजपा के उपाध्यक्ष गोवर्धन झड़फिया का नाम सबसे अधिक चर्चा में है। रूपाणी ने कहा कि गुजरात का आगामी विधानसभा चुनाव नए मुख्यमंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष यार पाटिल के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। सीआर पाटिल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन मूल रूप से मराठी है। अगला विधानसभा चुनाव भाजपा जीते सबसे पहली चुनौती भाजपा की यह है और पाटीदारों के बिना भाजपा गुजरात में चुनाव नहीं जीत सकती।