उत्तराखंड मे बारिश ने प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण उत्तराखंड में कुल 58 सड़कें बंद हो गई हैं। लोनिवि के मुताबिक बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड में लगातार बर्फबारी और बरसात का सिलसिला जारी है जिस वजह से भूस्खलन और बर्फबारी के कारण प्रदेश की 18 मुख्य और 40 ग्रामीण सड़कों पर यातायात ठप हो गया है।लोनिवी विभाग द्वारा सभी सड़कों को दोबारा से सुचारू किया जा रहा है। गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे 72 घंटों से बंद है। हाईवे बंद होने के कारण वहां पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही हैं। जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। चमोली में घाटी क्षेत्रों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर सोमवार को भी जारी रहा। जिले के 125 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं। इन गावों में जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। वहीं बदरीनाथ हाईवे पर हनुमान चट्टी से आगे बर्फ जम गयी है। जिले के 125 से अधिक गांव बर्फबारी से प्रभावित हैं। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड, गौरसौ बुग्याल, नंदा घुंघटी, रूद्रनाथ, निजमुला घाटी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी बर्फबारी का सिलसिला जारी है। चमोली और उत्तरकाशी जिलों में 167 गांवों में भारी बर्फबारी के बाद पैदल मार्ग बंद हो गया है। पैदल मार्ग बंद होने के कारण बाहर आवाजाही नहीं हो पा रही है। वहीं चकराता में बिजली लाइन में फॉल्ट आने से 150 गांवों की बिजली गुल हो गई। रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी में भारी बर्फबारी से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। बर्फबारी के कारण बंद ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर मार्ग अब तक नहीं खुला है। पौड़ी के चौरीखाल में बर्फबारी के बाद स्टेट हाईवे बंद हो गया। लोनिवि और बीआरओ की टीमें सड़कें खोलने के प्रयास में जुटी हुई हैं।