चंडीगढ़
पंजाब सरकार राज्य को खुशहाल और ‘रंगला पंजाब’ बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कॉर्पोरेट जगत को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराया। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाज के विकास में योगदान देना और मुश्किल समय में लोगों के साथ खड़ा होना हर बड़ी कंपनी और कॉर्पोरेट इकाई का नैतिक कर्तव्य है। यह महत्वपूर्ण बात उन्होंने ‘मुख्यमंत्री रंगला पंजाब फंड’ के लिए एक बड़ी सहयोग राशि प्राप्त करने के दौरान कही।
कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक ने बढ़ाया मदद का हाथ
एक विशेष कार्यक्रम के दौरान कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और सीईओ सर्वजीत सिंह समरा ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार के प्रयासों में अपना योगदान देते हुए बैंक की ओर से 31 लाख रुपये का चेक सौंपा। यह राशि सीधे मुख्यमंत्री के रंगला पंजाब फंड में जमा की जाएगी। वित्त मंत्री ने इस उदारता और पहल के लिए बैंक प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि बैंक ने सामाजिक जवाबदेही के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाकर एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।
सीएसआर केवल औपचारिकता नहीं बल्कि जिम्मेदारी है
चेक स्वीकार करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीएसआर गतिविधियों को केवल एक कानूनी औपचारिकता नहीं माना जाना चाहिए। हर कॉर्पोरेट इकाई को इसे अपनी जिम्मेदारी के तौर पर लेना होगा ताकि समाज पर पड़ने वाले उनके प्रभाव के लिए वे पूरी तरह से जवाबदेह बन सकें। चीमा ने कहा कि जब व्यापारिक संस्थान अपनी कमाई का एक हिस्सा समाज की भलाई के लिए खर्च करते हैं, तो इससे न केवल समाज का भला होता है, बल्कि उस संस्थान की विश्वसनीयता भी बढ़ती है।
बाढ़ पीड़ितों के काम आएगा यह पैसा
इस मौके पर हरपाल सिंह चीमा ने ‘मुख्यमंत्री रंगला पंजाब फंड’ के उद्देश्य और उपयोग के बारे में भी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि इस फंड में जो भी राशि दान के रूप में आ रही है, उसका उपयोग किसी अन्य सरकारी खर्च में नहीं, बल्कि विशेष रूप से उन परिवारों की मदद के लिए किया जा रहा है जो इस साल राज्य में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
वित्त मंत्री ने बताया कि बाढ़ के कारण राज्य के कई हिस्सों में लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में सरकार के साथ-साथ निजी संस्थानों का सहयोग बहुत मायने रखता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा दिया गया यह 31 लाख रुपये का महत्वपूर्ण योगदान सीधे तौर पर बाढ़ प्रभावितों के राहत और पुनर्वास कार्यों में लगाया जाएगा। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि मदद की एक-एक पाई सही हाथों में पहुंचे और पीड़ितों को दोबारा अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद मिल सके।