इस्लामाबाद। आर्थिक बदलहाली से जूझ रहे पाकिस्तान की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के व्यापार घाटे को कम करने के लिए आयात पर अंकुश लगाने के कदम से बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया है। डॉन अखबार की रिपोर्ट की माने तो कंपनियों के पास कच्चा माल खरीदने के लिए विदेशी मुद्रा नहीं है। इससे बड़ी संख्या में कंपनियां या तो संचालन को कम कर रही हैं या उत्पादन बंद कर रही हैं।
सरकार की ओर से बेरोजगारी को लेकर आधिकारिक आंकड़ा अच्छा दर्शाया जा रहा है। लेकिन सूचीबद्ध कंपनियों की अन्य क्षेत्रों में स्थिति से बातें स्पष्ट हो जाती हैं। दर्जनों कंपनियों ने हाल के महीनों में उत्पादन बंद होने के लिए नोटिस जारी किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, व्यापार संतुलन में सुधार के लिए कच्चे माल के आयात पर अंकुश लगाना किसी की नाक काटने के समान है। उदाहरण के तौर पर तुर्किये स्पांसर प्राइवेट कंपनी डालेंस 2023 की शुरुआत से ही बंद है। कंपनी को मई, 2022 से ही आयात संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।